Vande Sadharan: कैसी होगी आम आदमी की वंदे भारत, इन राज्यों से होगी शुरू,जाने सुविधाएं

Priyanka Rai
Vande Sadharan: कैसी होगी आम आदमी की वंदे भारत, इन राज्यों से होगी शुरू,जाने सुविधाएं

Vande Sadharan: पिछले दिनों हमने आपको यह बताया था कि बहुत जल्द आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए रेलवे वंदे भारत ट्रेन शुरू करने जा रही है। और अब बहुत जल्द भारतीय रेलवे  द्वारा इसके परिचालन की घोषणा की जाने वाली है।

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भारतीय रेल काम का गर्व है, लेकिन वंदे भारत ट्रेन में किराया इतना अधिक है,जिस कारण देश का आम आदमी इसमें  सफर नहीं कर सकता। इसीलिए रेलवे द्वारा वंदे साधारण एक्सप्रेस चलाने की योजना बनाई गई है।

ताकि देश का गरीब व साधारण वर्ग भी वंदे भारत ट्रेन में सफर कर सके। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह ट्रेन अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले परिचालित करने की सम्भावना है।

और पढ़े:Vande Bharat: बिहार में बहुत जल्द शुरू होने जा रही है सस्ते किराए वाली वंदे भारत ट्रेन, देखें क्या होगी सुविधाएं

आम आदमी की वंदे भारत

देश में वंदे भारत ट्रेन की बढ़ती हुई लोकप्रियता के बाद, रेलमंत्रालय ने इसके अलग-अलग वर्जन तैयार किए और वंदे मेट्रो, वंदे स्लीपर,के बाद अब देश के आर्थिक वर्ग से कमजोर आम आदमी के लिए वंदे भारतके नए वर्जन वंदे साधारण को लाने का फैसला किया गया है। आम आदमी की वंदे भारत यानी वंदे साधारण (Vande Sadharan) ट्रेन।

रेलवे बोर्ड और इसके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वंदे भारत और वंदे साधारण के बीच कुछ अंतर  तय किया गया है उनके अनुसार यदि किसी को वंदे भारत और वंदे साधारण के बीच में फर्क जानना है तो उसे शताब्दी और जन शताब्दी का अंतर जानना होगा।

शताब्दी और जनशताब्दी में अंतर

शताब्दी एक्सप्रेस जनशताब्दी एक्सप्रेस
साल 1988 में तत्कालीन रेल मंत्री माधवराव सिंधिया द्वारा दिल्ली से झांसी के बीच पहली शताब्दी एक्सप्रेस को चलाने की घोषणा की गई थी।

बाद में इसे भोपाल तक कर दिया गया और यह ट्रेन उस समय सबसे तेज गति की ट्रेन थी जिसकी अधिकतम स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटे की।

आपको बता दें कि माधवराव सिंधिया द्वारा इस ट्रेन का संचालन तो शुरू कर दिया गया लेकिन इसकी खूब आलोचना हुई थी।

क्योंकि ट्रेन में भाड़ा बहुत ज्यादा था इसलिए देश का गरीब वर्ग इसमें सफर नहीं कर सकता था।

शताब्दी एक्सप्रेस चलने के लगभग 10 वर्ष के बाद जब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार बनी तो आम जनता के लिए जनशताब्दी एक्सप्रेस चलाने का निर्णय लिया गया।

तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर उस समय की सस्ती और सबसे तेज दौड़ने वाली गाड़ी जनशताब्दी एक्सप्रेस का निर्माण किया गया।

जनशताब्दी एक्सप्रेस बेहद लोकप्रिय हुई।

इन राज्यों से होगी शुरू

आपको बता दें कि वंदे साधारण ट्रेन यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, और उड़ीसा जैसे राज्यों में शुरू की जाएगी। ताकि इन शहरों की कनेक्टिविटी बड़े शहरों से बढ़ सके। बता दे की देश में पहली बार वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी 2019 को दिल्ली से वाराणसी के बीच चली थी और इसे पीएम मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाई गई थी।

वंदे साधारण को शुरू करने के पीछे रेलवे का मकसद प्रवासी मजदूरों का बड़े शहरों से आवागमन आसान करना है। शताब्दी एक्सप्रेस और जन शताब्दी एक्सप्रेस की तर्ज पर आम जनता के लिए, रेलवे और सरकार के संयुक्त प्रयास से वंदे साधारण ट्रेन को चलाने का निर्णय लिया गया है, ताकि गरीबों को भी वंदे भारत ट्रेन की तरह, तेज स्पीड वाली ट्रेन उपलब्ध कराई जा सके।

यह मिलेगी सुविधाएं

आपको बता दें कि वंदे भारत ट्रेन के जैसे वंदे साधारण में भी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी, इसमें

  • बायो वैक्यूम टॉयलेट
  • पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम
  • हर सीट पर चार्जिंग प्वाइंट
  • सीसीटीवी कैमरे
  • आरामदायक सीटे इसके साथ ही
  • ऑटोमेटिक डोर सिस्टम की भी सुविधा होगी।

और पढ़े: Vande Bharat Express: बड़ी तैयारी में रेलवे, पटना-हावड़ा समेत और चार रूटों पर चलेगी वंदे भारत ट्रेन; जाने डीटेल्स

Bihar Tourism: बिहार को 23 नए पर्यटन स्थलों की सौगात, विभाग ने चिन्हित किए नए स्पॉट; देखिए क्या आपका जिला भी शामिल है या नहीं?

 

Hey I am Priyanka Rai a passionate blogger, content writer, and MA in History. Exploring Railways, Agriculture, Travel, Lifestyle, Education and Tourism. Join me on my informative journey!