बिहार से भूटान की यात्रा अब और आसान होने वाली है। दरअसल बिहार के गया हवाई अड्डा से भूटान के लिए सीधी उड़ान शुरू की जा चुकी है। म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम के बाद भूटान एयरलाइंस ने भी अब अपनी सेवा शुरू कर दी है।
भूटान एयरलाइंस का पहली फ्लाइट बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे बैंकाक से 84 यात्रियों को लेकर गया पहुंची और फिर यहां से भूटान के लिए रवाना हुई। वहीं दूसरी फ्लाइट दोपहर 3 बजे विमान भूटान के पारो से 17 यात्रियों को लेकर गया पहुंची और यहां से बैंकाक के लिए उड़ी।
विदेशी पर्यटक पहुंच रहे गया
आपको बता दें कि म्यंमार, थाईलैंड, वियतनाम और भूटान के लिए उड़ान शुरू होने से हर दिन एक हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक गया पहुंच रहे हैं। गया हवाई अड्डे से फिलहाल दो घरेलू फ्लाइट कोलकाता-गया-दिल्ली और दिल्ली-गया-कोलकाता शुरू हुई हैं।
इसके साथ साथ अंतरराष्ट्रीय विमान म्यंमार नेशनल एयरवेज, म्यांमार एयरवेज इंटरनेशनल, थाई स्माईल, थाई एयर एशिया और भूटान एयरलाइंस की सेवा शुरू है। इंटरनेशनल फ्लाइटों की उड़ान शुरू होते ही गया एयरपोर्ट अब व्यस्त हो गया है।
पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
भूटान के लिए सीधी विमान सेवा शुरू होने के मामले पर गया एयरपोर्ट के डायरेक्टर बंगजीत शाह ने बताया कि “भूटान एयरलाइंस के दो विमान की आवागमन शुरू हो गया है। जल्द ही ड्रक एयरलाइंस का परिचालन भूटान से गया एयरपोर्ट के लिए होगा।”
इससे पर्यटन को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। भूटान एयरलाइंस की पहली फ्लाइट सुबह 11:30 बजे बैंकाक-गया-पारो भूटान है, तो वहीँ दूसरी फ्लाइट दोपहर 3 बजे पारो-गया-बैंकाक है।
महाबोधि मंदिर में विशेष पूजा का सिलसिला जारी
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय विमानों की सेवा शुरू होने से गया एयरपोर्ट पर विदेशी पर्यटकों का आवागमन शुरू हो गया है। बोधगया के महाबोधि मंदिर में कठिन चिवरदान समारोह होने के बाद विभिन्न देशों के बौद्ध मठों में चिवरदान समारोह शुरू है।
इसको लेकर बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक बोधगया आ रहे हैं। विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को लेकर बोधगया भी तैयार है। महाबोधि मंदिर में विशेष पूजा का सिलसिला मार्च महीने तक जारी रहेगा।
मंदिर में विभिन्न देशों की 20 से ज्यादा पूजा
भारत, जापान, म्यांमार, भूटान, थाईलैंड, श्रीलंका, कंबोडिया, वियतनाम, चीन, लाउस, नेपाल आदि बौद्ध देशों का पूजा महाबोधि मंदिर में शुरू होगी। वहीं 29 से 31 दिसंबर तक तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का विशेष शैक्षणिक सत्र प्रायोजित है।
इसको लेकर 40 से भी अधिक देशों के सैलानी यहां पहुंचेंगे। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के पूजा के इस साल महाबोधि मंदिर में विभिन्न देशों की 20 से ज्यादा पूजा आयोजित होगी।