बिहार में खोले जाऐंगे 76 ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल, गांव में चलाया जायेगा विशेष जागरूकता अभियान

बीते दिनों सड़क सुरक्षा को लेकर राज्य परिवहन विभाग की मंत्री शीला कुमारी की अध्यक्षता में बिहार सड़क सुरक्षा परिषद की एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई, जिसमें सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विभागों और सभी जिला परिवहन पदाधिकारी सह सचिव जिला सड़क सुरक्षा समिति द्वारा किए जा रहे कामों पर समीक्षा की गई। बैठक में भविष्य के कार्य योजनाओं पर चर्चा के साथ साथ सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए वित्तीय प्रस्ताव पारित किए गए।

गांव में चलाए जाएंगे जागरूकता अभियान

मंत्री शीला कुमारी ने बैठक के दौरान परिषद की ओर से किए जा रहे कामों की सराहना की और ग्रामीण इलाकों में सुरक्षित परिवहन को बढ़ाने के लिए विशेष रूप से सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा को लेकर शहरों में वृहद् स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं जिसे अब गांव गांव तक पहुंचने कि जरूरत है।

76 ट्रेनिंग स्कूल खोले जाएंगे

सुरक्षा परिषद की हुई इस बैठक में परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि जिलों में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण और ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोलने की कार्रवाई की जा रही है। पूरे राज्य में कुल 76 ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोले जाऐंगे। पहले बिहार के सभी 38 जिलों के लिए 61 ड्राइविंग स्कूल खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था लेकिन अब इसकी संख्या को बढ़ा कर 76 किया गया है। चालकों के ड्राइविंग क्वालिटी में सुधार होने के बाद सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकेगी।

अतिरिक्त बस स्टॉप का भी होगा निर्माण

सुरक्षित परिवहन को बढ़ावा देने और यात्रियों के सुरक्षित पड़ाव की सुविधा देने के लिए फिलहाल ग्रामीण स्तर पर बस स्टाॅप बनाने का काम चल रहा है। पहले और दूसरे चरण को मिलाकर बिहार में कुल 1082 बस स्टॉप बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके विरुद्ध 409 स्थलों पर बस स्टाॅप का निमार्ण का काम पूरा हो चुका है। तीसरे चरण में 500 अतिरिक्त बस स्टाॅप का निर्माण प्रस्तावित है।