बिहार और नेपाल के बीच फिर बहाल होगा रेल संपर्क, सफल रहा स्पीड ट्रायल, 23 मिनट में कुर्था से जयनगर पहुंची ट्रेन
भारत से नेपाल जाने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है, बिहार के जयनगर से ट्रेन लाइन नेपाल से जोड़ी जा चुकी है। भारत-नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत पहले चरण का काम तेजी से हो रहा है जिस क्रम में बीते दिन रविवार को जयनगर और नेपाल के कुर्था के बीच ट्रायल रन भी किया गया। इस प्रोजेक्ट की लगत लगभग 619 करोड़ रुपये है। बता दें कि वर्ष 2014 से जयनगर- जनकपुर के बीच ट्रेनों का परिचालन बंद है. परिचालन फिर से शुरू होने की संभावना से सीमावर्ती भारत और नेपाल क्षेत्र के लोगों में इसको लेकर उत्साह है।
कई सालों से बंद परे नेपाल भारत मैत्री रेल परियोजना के प्रथम चरण में जयनगर और नेपाल के कुर्था तक 34 किमी में रेल परिचालन प्रारंभ करने के लिए रविवार को ट्रेन का स्पीड ट्रायल किया गया, इस ट्रायल में 115 किमी प्रति घंटे की रफ्तार दौड़ती हुई ट्रैन 23 मिनट में कुर्था से जयनगर पहुंची। दोनों स्टेशनों के बीच करीब 34.50 किलोमीटर की दूरी है।
स्पीड ट्रायल के सफल होने के बाद अब रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया जायेगा. रेल संरक्षा आयुक्त की अनुमति तथा भारत और नेपाल के बीच सहमति के बाद आवश्यक तकनीकी और परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के पश्चात् जल्द ही ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया जा सकता है.।
रेलवे के मुताबिक, ट्रायल के बाद 21 जुलाई को इरकॉन इंटरनेशनल, दिल्ली मुख्यालय के कार्यकारी निदेशक सुरेंद्र सिंह नेपाल की राजधानी काठमांडू में परियोजना के पहले फेज के पूर्ण काम को नेपाल सरकार को हैंडओवर करेंगे. ट्रेन परिचालन को लेकर नेपाल सरकार ने कोंकण रेलवे, भारत से 2 डीएमयू ट्रेन पूर्व में खरीद कर ली है, जो नेपाल में कई महीनों से लगी हुई है. चालक, गार्ड और अन्य रेल कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ेंगी।

