खुशखबरी: 15 करोड़ रुपयों से बदल जाएगा बिहार के कश्मीर का नजारा, सैलानी ले सकेंगे नेचर और जू सफारी का मजा

This waterfall of Bihar is being developed as eco tourism

अपने शीतलता के लिए प्रसिद्ध ककोलत में सैलानियों के सबसे पसंदीदा जगह है बिहार के कश्मीर के रूप में चर्चित ककोलत वॉटरफॉल में नवादा जिला के विभिन्न गांव के साथ ही दूसरे जिले के सैलानी भी आते हैं।

पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचा होगा निर्माण

अब ऐसे में नवादा के ककोलत में नेचर और जू सफारी का मजा मिलेगा,अब ककोलत वॉटरफॉल जल्द ही नए रूप में दिखेगा। इसे इको पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। नेचर सफारी जू सफारी की प्रकृति और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना इको टूरिज्म का होगा निर्माण।

This waterfall of Bihar will be developed as eco tourism

प्रदूषण मुक्त वातावरण में यहां इको टूरिज्म का विकास हो रहा है इसके लिए 14 करोड़ 59 लाख का प्रावधान किया गया है दो चरणों में ककोलत जलप्रपात का विकास प्रस्तावित है पहले चरण में छह करोड़ 59 लाख की योजना को स्वीकृति मिली है।उसके तहत स्टेबलाइजेशन पहाड़ स्थिरीकरण मुख्य द्वार पर्यटकों के लिए टॉयलेट का निर्माण और कुंड के सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।

बदल जाएगा पूरा नजारा

रॉक स्टेबलाइजेशन के लिए पहाड़ों में लोहे के मजबूत जाल बिछाई जा रही है जिससे पहाड़ के पत्थर टूट कर नीचे नहीं गिर सके इसके गिरने से ना सिर्फ सीढ़ियों को नुकसान पहुंचता था बल्कि सैलानियों को भी चोट लगने की संभावना बनी रहती थी दूसरी ओर जलप्रपात के नीचे आकर्षक कुंड का निर्माण किया जा रहा है।

ककोलत जलप्रपात विकास योजना के दूसरे चरण में प्रशासनिक ब्लॉक में सैलानियों की सुविधा और सहायता के लिए अत्याधुनिक पर्यटन सुविधा केंद्र का निर्माण होगा इसके आगे सुरक्षा गार्ड के लिए बैरक का निर्माण किया जाएगा सैलानियों के मुकम्मल सुरक्षा के लिए बैरक में 10 सुरक्षा गार्ड हमेशा तैनात रहेंगे।

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सैलानियों को मिलेगा ढेरों सुविधा

वहीं कुंड के पास चेंज रूम पीने का पानी बैठने की व्यवस्था इको पार्क और लैंडस्कैपिंग समेत अन्य सौंदर्य करण कार्य कराए जाएंगे इसके अलावा छोटे दुकानदारों के लिए वेडिंग जून का भी निर्माण किया जाएगा ककोलत में स्क्लेटर निर्माण की योजना है। हालांकि अधिकारियों के मुताबिक दोनों चरणों का काम पूरा होने के बाद स्केलेटन निर्माण पर निर्णय लिया जाएगा।

This waterfall of Bihar is being developed as eco tourism

रॉक स्टेबलाइजेशन के काम पूरा होने के बाद तकनीकी विशेषज्ञों की टीम का कॉलेज का जायजा लेगी इसके बाद स्क्लेटर पर निर्माण किया जा सकेगा इससे पहले सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर ककोलत में ऑटो रिवर्स एस्केलेटर निर्माण की योजना को स्वीकृति दी गई थी।

2018 में पहली बार आए थे मुख्यमंत्री

पहाड़ों की कमजोर स्थिति को देखते हुए तकनीकी विशेषज्ञों ने स्क्लेटर निर्माण पर रोक लगा दिया बता दें कि ककोलत में इको टूरिज्म का विकास बिहार के सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है 30 दिसंबर 2018 को पहली बार ककोलत पहुंचे थे सीएम नीतीश कुमार।

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