बिहार का पहला मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट बनकर हुआ तैयार,एक छत के नीचे मिलेगी बस और टैक्सी
पटना को एक बेहतर शहर बनाने के लिए कई बारे प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। आपको बता दूँ की पटना स्मार्ट सिटी के तहद कई शानदार प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है इसी कड़ी में अब पटना में एक शानदार मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब का निर्माण सुरु कर दिया गया है।

यहां पर हो रहा है मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब का निर्माण
आपको बता दूँ की पटना में शानदार मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब का निर्माण इस लिए किया जा रहा है की पार्किंग की बेहतर वयव्था किया हो पाए ताकि लोगो को जाम का सामना नहीं करना परे। और इस शानदार मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब का निर्माण राजधानी पटना के स्टेशन के पास इसका निर्माण चल रहा है।

जमीनी स्तर पर 32 बसों को पार्क करने की क्षमता है, जबकि ऑटो और ई-रिक्शा और किराये की कारों जैसे वाणिज्यिक वाहन पहली मंजिल पर पार्क किया जाएगा। दूसरी मंजिल निजी वाहनों के लिए आरक्षित होगी।

सैकड़ों बस एक साथ होंगे पार्क
ट्रांसपोर्ट हब भूतल पर एक बार में 32 बसों को समायोजित करेगा और 24 पार्किंग बे होंगे, जिनमें से छह को इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट वाली ई-बसों के लिए आरक्षित किया जाएगा। पीएससीएल की जनसंपर्क अधिकारी प्रिया सौरव ने कहा कि मल्टी-मॉडल हब अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा

यात्रियों को मिलेगी सारी सुविधा
उन्होंने कहा कि ई-चार्जिंग पॉइंट, कैफेटेरिया, एटीएम कियोस्क, टिकट काउंटर, वेटिंग एरिया और अन्य बुनियादी सुविधाएं जैसे पीने का पानी और वॉश रूम जैसी सुविधाएं लोगों के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी।

क्या है इसमें खास बात
यह मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब हब अपने आप में बेहद ही खास होगा जहाँ पर आपको कई सुविधा मिलेगा यहाँ पर आपको लोकल बस, टैक्सी-कैब, ऑटो-रिक्शा जैसे सार्वजनिक परिवहन की सुविधा मिलेगा।

इसके साथ साथ आपको यहाँ पर पेडेस्ट्रियन सबवे देखने के लिए मिलेगा। इसके तीन एंट्री और एग्जिट प्वाइंट होंगे। पहला एंट्री और एग्जिट पॉइंट पटना जंक्शन के पास होगा, दूसरा एंट्री एग्जिट पॉइंट दूसरा मल्टी लेवल कार पार्किंग आने-जाने के लिए और तीसरा एंट्री एग्जिट पॉइंट मल्टी मॉडल हब के पास होगा।
वही इस शानदार इस मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब की कुल लागत 66.81 करोड़ की होगी इसके साथ साथ आपको यह भी बता दूँ की इसकी इमारत भी शानदार होगा जहाँ पर आपको जी+2 भवन होगा जो कुल 5 एकर में फैला होगा। और इसका निर्माण बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड

