बिहार में 2 बच्चों की माँ बनी असिस्टेंट प्रोफेसर, बोली-पढाई लिखे में शादी और बच्चे नहीं बने बाधा
बिहार के शेखपुरा में प्रतिभा के बल पर मुकाम हासिल करने में बेटियां भी अब पीछे नहीं है। सदर प्रखंड हथियावा गांव की बेटी और गृहिणी पूजा कुमारी ने यूजीसी द्वारा आयोजित जूनियर रिसर्च फैलोशिप एवं असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा पास कर युवाओं के प्रेरणा के स्रोत बन रही है।
दो बच्चों की मां पूजा ने यह भी सिद्ध कर दिया कि पढ़ाई लिखाई में शादी और बच्चे बाधक नहीं। बल्कि मददगार होते हैं ।
पूजा के इस सफलता से उसके माता उषा देवी और पिता पैक्स अध्यक्ष सियाराम सिंह के साथ-साथ अरियरी प्रखंड के बेलछी गांव में उसके ससुराल में भी जश्न का माहौल है।
सफलता का श्रेय अपने पिता और ससुर के साथ अपने पति को
पूजा अरियरी प्रखंड के बेलछी गांव निवासी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे पूर्व मुखिया रामबाबू के पुत्र सेवानिवृत्त पुलिस अवर निरीक्षक वीरेंद्र प्रसाद सिंह की पुत्रवधु है। पूजा की शादी वर्ष 2013 में हुई थी।
मैके और ससुराल के लोगों सहित अन्य ने पूजा के इस सफलता पर उसे बधाई दी है। पूजा अपने पति के साथ एक गृहणी के रूप में रहकर छह साल पहले एक पुत्र और तीन साल पहले एक पुत्री को जन्म दी।

लेकिन गृहस्थ जीवन में पढ़ाई और मेहनत से कभी जी नही चुराई। दोनो बच्चों और अपने पति की सेवा करते हुए इस मुकाम को हासिल की। पूजा ने यह सफलता का श्रेय अपने पिता और ससुर के साथ अपने पति को दिया है।
इंग्लिश विषय में 98 प्रतिशत से ज्यादा अंक
इस संबंध में प्राप्त जानकारी बताया गया कि यूजीसी नेट के परिणाम में इंग्लिश विषय में पूजा ने दोनों पेपर में 98 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किया है।
बचपन से ही पढ़ने में अव्वल रहने वाली पूजा इंग्लिश से विषय से पोस्ट ग्रेजुएट करने के बाद इंग्लिश विषय से ही जूनियर रिसर्च फेलोशिप की परीक्षा पास की है।
हथियावा मध्य विद्यालय से शुरू के प्रारंभिक शिक्षा के बाद स्नातक तक की पढ़ाई उसने अपने गांव के महाविद्यालय से ही की।
बाद में शादी के उपरांत पीजी की पढ़ाई पूरी मगध विश्वविद्यालय से पूरी की। पूजा के पति राजेश कुमार फिलहाल भारत सरकार के कौशल विकास मिशन के तहत उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कौशल विकास योजना कार्यक्रम के जिला प्रबंधक पद पर कार्यरत हैं।


