बिहार के हर पंचायत में बनेगा आधुनिक शमशान घाट, जानिए सरकार की पूरी प्लानिंग
बिहार सरकार ने श्मशान घाट को लेकर बड़ी योजना बनाई है। बिहार के हर पंचायत में आधुनिक मुक्तिधाम बनाए जाएंगे ताकि स्वच्छता के साथ सुविधाओं का भी ख्याल रखा जा सके।
बिहार की पंचायतों में जहां परम्परागत तौर पर शवदाह होता है, अब उस जगह पर प्रदेश सरकार मुक्ति धाम योजना चलाकर आधुनिक श्मशान घाट का निर्माण कराएगी। यह घोषणा बिहार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने की है।
शेड सहित मुक्तिधाम का निर्माण
आपको बता दें कि फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों में लोग परंपरागत तरीके से ही शवों का अंतिम संस्कार करते हैं। इससे वायु प्रदूषण के साथ जल प्रदूषण भी होता है। बिहार सरकार की पहल से स्वच्छता अभियान को गति मिलने की उम्मीद है।

बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने जानकरी देते हुए बताया कि 15वें वित्त योजना के अंतर्गत पंचायतों में शव के दाह संस्कार हेतु दो संस्कार शेड सहित मुक्तिधाम का निर्माण कराने को लेकर स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
यहां निधन होने के बाद पूरे विधि-विधान से शव का दाह-संस्कार किया जा सकेगा। मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि मुक्तिधाम के चारों ओर बॉउंड्री वॉल, सोलर लाइट और एक टॉयलेट का निर्माण किया जाएगा। साथ ही एक हैंडपंप की भी व्यवस्था की जाएगी।
सम्राट चौधरी ने बताया कुल खर्च
सम्राट चौधरी ने बताया कि संस्कार शेड में कुल अनुमोदित राशि 11 लाख 98 हज़ार है। साथ ही शेड निर्माण पर 7,48,200 रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही पारंपरिक मुक्तिधाम की चारदीवारी पर 3 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे।

वहीं, एक टॉयलेट के निर्माण पर कुल 78 हजार रुपये से ज्यादा की राशि की जाएगी। इसके साथ ही हैंडपंप पर 58 हजार रुपये से ज्यादा की राशि खर्च की जाएगी।
एक हज़ार से ज़्यादा पंचायतों में मुक्तिधाम का निर्माण
ज़ाहिर है पंचायतों में आधुनिक मुक्तिधाम का निर्माण होने से शवों का दाह-संस्कार करने आने वाले लोगों को भी काफ़ी राहत मिलेगी, क्योंकि अभी तक परम्परागत शमशान घाट में कई समस्या होती थी।
ख़ासकर सबसे ज़्यादा समस्या बरसात और ठंड में होती है। मंत्री सम्राट चौधरी कहते हैं कि नए मॉडल के मुक्तिधाम स्थल का निर्माण परंपरागत शमशान से कई अर्थों में भिन्न होने के साथ ही स्वच्छता का प्रतीक भी होगा। उम्मीद है की बिहार में लगभग एक हज़ार से ज़्यादा पंचायतों में मुक्तिधाम का निर्माण कराया जाएगा।

