जातीय जनगणना के बाद भी बिहार से रिकॉर्ड संख्या में हो रहा पलायन, जानिए किस जिलें से कितने कामगार जा रहे बाहर?
जातीय जनगणना की अपार सफलता के बाद भी बिहार से कामगारों का पालयन रुकने का नाम नहीं ले रहा है! ऐसा हम नहीं ताजा आंकड़ें बता रहे है। इस बार तो बिहार ने इस मामले में रिकॉर्ड भी बना डाला है।
कोरोनाकाल के बाद दोबारा से रोजगार की तलाश में विदेश जाने वाले बिहारियों की संख्या बढ़ी है। हालांकि पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश व बंगाल की तुलना में बिहार से विदेश जानेवालों की संख्या अब भी काफी कम है। आईये जानते है क्या बोलते है आंकड़ें?
बिहार से रिकॉर्ड संख्या में हो रहा पलायन

दरअसल देशभर से कुल 3 लाख 34 हजार से ज्यादा लोग रोगजार के लिए विदेश जा चुके हैं। इनमें से सिर्फ बिहार से लगभग 56 हजार बिहारी हैं, जो रोजगार के लिए विदेश गए हैं।
बिहार से रोजी-रोजगार के लिए विदेश जानेवालों की संख्या भी बढ़ी है। पिछले 5 सालों की तुलना में रिकॉर्ड संख्या में बिहारियों ने वर्ष 2023 में विदेश की ओर अपना रुख किया है।
विदेश मंत्रालय के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार साल 2023 में 53 हजार से अधिक लोग विदेश गए हैं। हालांकि पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश व बंगाल की तुलना में बिहार से विदेश जानेवालों की संख्या अब भी काफी कम है।
क्या कहते है 5 साल के आंकड़ें?
एक ओर जहाँ साल 2019 में भारत से कुल 3 लाख 68 हजार 48 लोग विदेश गए थे। जिनमें से बिहार के 55 हजार 423 लोग शामिल थे। वहीँ कोरोना काल के ही दौरान साल 2020 में देश से 94 हजार 145 लोग विदेश गए थे। जिसमें बिहार के 13 हजार 911 लोग शामिल थे।
इसके बाद वर्ष 2021 में देश से एक लाख 32 हजार 673 लोग विदेश गए। जिनमें बिहार के 24 हजार 526 लोग शामिल थे। वहीं, 2022 में विदेश जाने वालों की संख्या फिर से बढ़ गयी।
देश से कुल 3 लाख 29 हजार 699 लोग विदेश गए, जिनमें से बिहार के 53 हजार 781 लोग थे। वहीं इस वर्ष 27 नवंबर 2023 तक देश से 03 लाख 34 हजार 273 लोग विदेश जा चुके हैं, जिनमें से बिहार के 55 हजार 893 लोग हैं।
किस जिलें से कितने कामगार जा रहे बाहर?

पहले के जैसे ही अब भी बिहार से सारण, सीवान, गोपालगंज जिले के लोग विदेश अधिक जा रहे हैं। साल 2022 की रिपोर्ट के अनुसार पटना से 6993 लोग ही विदेश गए।
सबसे अधिक गोपालगंज से 8751 लोग विदेश गए। सीवान से 8310, सारण 2272, पूर्वी चम्पारण 3657, मधुबनी 4389, दरभंगा 2424, मुजफ्फरपुर 1917, किशनगंज 2232, सीतामढ़ी 2112 व पश्चिम चम्पारण से 4262 लोग विदेश गए। जबकि पूर्णिया से 2846, सुपौल 1318 और अररिया से 1586 लोग विदेश गए।
कहाँ जा रहे सबसे अधिक बिहारी?
रिपोर्ट की माने तो विदेश में सबसे अधिक बिहारी खाड़ी देशों में जा रहे हैं। वैसे बिहारियों के बीच सबसे अधिक 18 देश फेवरिट्स के लिस्ट में शामिल हैं।
जिनमें यूनाईटेड अरब अमीरात, सऊदी अरब, कुवैत, कतर, ओमान, बहरीन, मलेशिया, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, लेबनान, लिबिया, साउथ सूडान, सीरिया, थाईलैंड, यमन और सूडान प्रमुख हैं। बाकी देशों में छिटपुट संख्या में लोग बाहर जा रहे हैं।
क्या है बिहार के पड़ोसी राज्यों का हाल?
बता दे की ये हाल केवल बिहार का ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से भी अधिक लोग विदेश जा रहे हैं। इस साल यूपी से कुल 1 लाख 20 हजार 179 लोग रोजगार के लिए विदेश गए।
जबकि झारखंड से 3629, मध्य प्रदेश से 1141 और पश्चिम बंगाल से 26 हजार 353 लोग विदेश गए हैं। कोरोना के पहले 2019 में यूपी से एक लाख 16 हजार 251, झारखंड से 3348, एमपी से 1145 और पश्चिम बंगाल से 28 हजार 982 लोग विदेश गए थे।
| वर्ष | बिहार | झारखंड | यूपी | बंगाल |
|---|---|---|---|---|
| 2018 | 59181 | 3664 | 86273 | 28648 |
| 2019 | 55423 | 3348 | 116251 | 28982 |
| 2020 | 13911 | 831 | 28911 | 7425 |
| 2021 | 24526 | 1481 | 35221 | 9917 |
| 2022 | 60945 | 4222 | 123702 | 31789 |

