नए साल पर बिहार से बाहर जाने का प्लान छोड़ पहुंचे बांका, कोहरे की में शिमला जैसा नजारा

क्रिसमस से लेकर नए साल तक काफी संख्या में लोग बिहार से बहार पहुंचते है पिकनिक मानाने को लेकिन अब आपको बिहार से बाहर जाने की जरूरत नहीं है। आज के इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे स्थान के बारे में बताने जा रहे है जहाँ आप इस बार छुट्टियाँ मानाने पहुंच सकते है, निश्चित रूप से इस जगह की तस्वीरों को देखकर आप बिहार से बाहर घूमने का प्लान कैंसिल कर सकते हैं।

हम बात कर रहे है बिहार के बांका जिले में स्थित मंदार पर्वत की, हर साल के अंत, विशेषकर दिसंबर माह में इस क्षेत्र की महत्ता और भी बढ़ जाती है। मंदार पर्वत की तराई में न केवल बांका, बल्कि बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश से भी लोग पूरे परिवार के साथ यहां पिकनिक मनाने आते हैं।

धार्मिक दृष्टिकोण से बांका काफी महत्वपूर्ण रहा है, बांका जिला स्थित मंदार पर्वत की लोकप्रियता इतिहास के पन्नों में दर्ज है। वर्तमान में इसकी प्राकृतिक सौंदर्य दूसरे पर्यटन स्थलों से अलग और आकर्षक बनाता है।

इन दिनों मंदार पर्वत हरियाली और खूबसूरती के बीच सर्दी के मौसम में घने कोहरे की चादर में लिपटी हुई है, पर्यटकों का कहना है कि मंदार का यह विहंगम नजारा शिमला से कम नहीं है। मंदार पर्वत के अलावा चांदन डैम, ओढ़नी, विलासी, झझवा, जेठौर हर तरफ पिकनिक ने मेला का माहौल बन जाता है।

मालूम हो कि इसी साल 21 सितंबर को बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने मंदिर पर्वत पर जाने के लिए रज्जू मार्ग (रोपवे) का उद्घाटन किया था, रोपवे के लिए प्रति व्यक्ति टिकट का दाम 80 रुपये रखा गया है. आप इसका भी आनंद ले सकते हैं।