बिहार में हुआ फूलों से स्वागत, ये है खाकी द बिहार चैप्टर की एक्ट्रेस, देखिये फोटोज
खाकी- द बिहार चैप्टर फेम निकिता दत्ता बिहार आकर काफी खुश हुईं। उन्होंने कहा कि वेब सीरीज के गाने से अलग लोगों ने कट्टे नहीं बल्कि फूलों से उनका स्वागत किया। और मौका मिला तो वो फिर से बिहार आना चाहेंगी।
फिल्म कबीर सिंह, वेब सीरीज खाकी- द बिहार चैप्टर सहित कई फिल्मों, वेब सीरीज और डेली सोप में काम कर चुकीं निकिता दत्ता पटना के PMCH में आयोजित फैशन सोसायटी प्रतिबिंब के अंतर्गत हो रहे रैंप वॉक में चार चांद लगाने के लिए पहुंची।

अपनी अदाकारी से एक नया मुकाम हासिल कर चुकीं निकिता दिल्ली में जन्मीं और मुंबई में पली बढ़ी। निकिता फेमिना मिस इंडिया 2012 की फाइनल लिस्ट में से एक थीं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत टीवी सीरियल के साथ की, जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
मीडिया से खास बातचीत में निकिता ने बताया कि वह फिर से बिहार आना चाहेंगी। फिलहाल तो उनका एक्सपीरियंस काफी अच्छा रहा है और उन्हें जब भी मौका मिलेगा और उन्हें बुलाया जाएगा तो वह बिहार फिर आना चाहेंगी।

सवाल- आप पहली बार पटना आईं हैं तो यहां आकर कैसा लगा?
जवाब- पटना आकर अभी मुझे बहुत कम समय हुआ है। थोड़ा समय मुझे यहां और बिताना होगा ताकि मैं इस जगह को समझ सकूं। लेकिन अब तक जो वेलकम मिला है, पटना के लोगों की तरफ से वो बहुत अच्छा लग रहा है। बिहार में कट्टे से नहीं फूलों से स्वागत हुआ है।
सवाल- खाकी सीरीज बिहार पर आधारित वेब सीरीज है तो इसका शूटिंग करने का एक्पीरियंस कैसा रहा और क्या कुछ नया सीखने को मिला?
जवाब- खाकी द बिहार चैप्टर वेब सीरीज की शूटिंग करने का एक्पीरियंस काफी अच्छा रहा है। बहुत सारी चीजें जानने को मिली है, खास कर बिहार के बारे में और साथ ही साथ झारखंड के बारे में भी जो एक समय में बिहार का हिस्सा हुआ करता था। हमारे लिए हर एक प्रोजेक्ट एक एक्पीरियंस की तरह आता है।

बहुत सारी चीजें सीखने को और जानने को मिलती है, जो हम आमतौर पर नहीं जानते हैं। हमने डाल्टेनगंज, रांची में शूटिंग की है। मुझे नहीं लगता कि मैं वहां पर जाती पर शूटिंग के कारण मुझे वहां जाने का मौका मिला तो ओवर ऑल एक्पीरियंस काफी अच्छा रहा।
सवाल- बिहार को अक्सर बॉलीवुड फिल्म में गुंडे-मवालियों का स्टेट दिखाया जाता है, तो जब आप पटना आ रहीं थीं तो क्या आपके मन में कोई डर था?
जवाब- नहीं, डर नहीं था पर हां एक तरह की जिज्ञासा थी। क्योंकि ऐसा होता है कि जिस जगह पर आप रहे नहीं हैं, दूर-दूर तक आपका जिससे कनेक्शन नहीं है, लेकिन जिसे आपने सिर्फ सुना, पढ़ा है और जिस तरह से दिखाया जाता है तो दिमाग में उसके लिए एक परसेप्शन बन जाता है। तो मैं यहां पर बस एक जिज्ञासा के साथ आई हूं कि यह जगह असल में कैसी है।

सवाल- अगर आपको बिहार की कोई फिल्म मतलब कि भोजपुरी फिल्म ऑफर हुई तो क्या आप वह करना चाहेंगी?
जवाब- मैं ईमानदारी से बोलूं तो मैंने भोजपुरी फिल्म ज्यादा देखी नहीं है तो वहां का सिनेमा मुझे इतना नहीं समझ आता है। फिलहाल मैं एक मराठी फिल्म कर रहीं हूं। हालांकि मैं मराठी बोलना नहीं जानती। फिर भी मैं इसे कर रही हूं। अभी रीजनल लैंग्वेज की फिल्म के लिए सिनेमा में काफी रिस्पेक्ट बढ़ गई है, तो ऐसा कुछ भोजपुरी में भी हो तो मैं उसे भी जरूर करना चाहूंगी।

सवाल- आप सीरियल्स में काम कर चुकी हैं, फिर आपको कबीर सिंह फिल्म में रोल ऑफर हुए तो इसके बाद क्या लाइफ में कुछ चेंज आए?
जवाब- चेंज तो बहुत आएं। फाइनली मेरा जो एक स्विच था। सीरियल से फिल्म तक का वो मुझे कबीर सिंह से करने को मिला। कबीर सिंह कि जो सक्सेस है, वो जो भी उस फिल्म से जुड़ा था, उसके लिए अच्छी रही है। इस सक्सेस में मैं भी हूं। मैं तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। हर किसी का क्योंकि आज भी लोग कबीर सिंह के नाम से मुझे जानते हैं।

सवाल- आपके आगे आने वाले कौन कौन से प्रोजेक्ट्स हैं?
जवाब- फिलहाल तो मैं एक मराठी फिल्म कर रही हूं जो सिर्फ मराठी ही नहीं बल्कि बाकी की जनता भी एंजॉय करेगी। इसके अलावा एक फिल्म है दंगे, जिसकी शूटिंग अभी चालू है तो वह बहुत जल्दी देखने को मिलेगी।


