Bihar Cricket: बिहार में 28 सालों से नहीं हुआ इंटरनेशनल क्रिकेट मैच, मोइनुल हक स्टेडियम को मिलेगी मेजबानी

International cricket match has not been held in Bihar for 28 years

बिहार के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है। देश में फिलहाल इंडियन प्रीमियर लीग का माहौल चल रहा है, लेकिन इसी बीच मोइनुल हक स्टेडियम को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है।

पटना स्थित इस क्रिकेट स्टेडियम को अब संवारने की तैयारी कर ली गई है। इसके लिए प्लान भी तैयार कर लिया गया है और अधिकारीयों के अनुसार लोकसभा चुनाव के बाद इस समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

मोइनुल हक स्टेडियम में 50 हजार लोगों की बैठने की क्षमता

बिहार की राजधानी पटना स्थित मोइनुल हक स्टेडियम में 50 हजार लोगों की बैठने की क्षमता और बेहतरीन सुविधाओं के साथ बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) लोकसभा चुनावों के बाद मैदान को नया रूप देने के लिए बीसीसीआई के साथ साझेदारी कर रहा है।

किसी जमाने में मोइनुल हक स्टेडियम में इंटरनेशनल क्रिकेट मैच का आयोजन किया जाता था। बिहार के इस मैदान पर पहला इंटरनेशनल मैच 15 नंवबर 1993 को श्रीलंका और जिम्बावे के बीच खेला गया। जबकि आखिरी मैच 27 फरवरी 1996 में केन्या और जिम्बाबे के बीच एकदिवसीय क्रिकेट मैच हुआ।

मैदान में मिलेंगी ये सुविधाएं

तब से लेकर अब तक यहां कोई भी इंटरनेशनल मैच का आयोजन नहीं हुआ था, लेकिन इस स्टेडियम की तस्वीर अब पूरी तरह से बदलने जा रही है।

आयोजकों की माने तो मोइनुल हक स्टेडियम में 40 से 50 हजार दर्शकों को बैठकर क्रिकेट का आनंद उठाने का अवसर मिलेगा। वहीँ मैदान में कैंटीन और पांच सितारा होटल जैसे 50 से 60 कमरे बेहतरीन सुविधाएं दी जाएंगी।

इसके साथ ही खिलाड़ियों के लिए दो विकेट होंगे और चौबीसों घंटे इनडोर-आउटडोर प्रैक्टिस करने के लिए सुविधा उपलब्ध रहेगी। स्टेडियम में घरेलू और विदेशी दोनों टीमों के लिए ड्रेसिंग रूम, एक फिजियो मसाज रूम और मनोरंजन और जलपान के लिए समर्पित स्थान भी होंगे।

वहीँ परिसर के भीतर उन्नत तकनीक से सुसज्जित एक क्लब हाउस, एक कॉर्पाेरेट बॉक्स, प्रतिष्ठित बीसीसीआई अध्यक्ष-सचिव बॉक्स, एक सदस्य गैलरी और एक कैंटीन की सुविधा होगी।

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन बीसीसीआई के साथ करेगा साझेदारी

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) ने अपनी रणनीतिक पहल का खुलासा करते हुए कहा कि – “राज्य सरकार से लंबी अवधि के लिए स्टेडियम को पट्टे पर लेने के बाद निर्माण कार्य की शुरुआत होगी। इस योजना में बीसीसीआई के साथ साझेदारी में मैदान को पुनर्जीवित करना शामिल है।”

अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि, इसके लिए लोकसभा चुनाव 2024 के बाद समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने भरोसा दिलाया कि लोकसभा चुनाव के बाद समझौते के कागजात पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि – “इंजीनियरों, ठेकेदारों और विशेषज्ञों के अलावा आईसीसी और बीसीसीआई के प्रतिनिधि और सलाहकार निर्माण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”

Conclusion

राकेश कुमार तिवारी ने आशा व्यक्त की कि इन सुधारों के बाद, बिहारियों का घरेलू मैदान पर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मैच देखने का लंबे समय से संजोया हुआ सपना साकार हो जाएगा।

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