मैट्रिक में हुए फेल और आज कंपनी का टर्नओवर 25 लाख! बिहार के सोनू ने ऐसे जमाया अपना धंधा, मां के लिए खरीदा घर
कहते है न कागज का वह पन्ना जिसपे आपके अंक और बोर्ड की मुहर होती है वह अपने जीवन को तय नहीं करती है। और इसी का एक जीता जगता उदहारण हमें देखने को मिलता है बिहार के सोनू के कहानी में।
मैट्रिक की परीक्षा में फेल होने के बाद भी बिहार के रहने वाले सोनू ने कुछ ऐसा कमाल कर दिखाया है जिसे बहुत से लोग बड़ी बड़ी डिग्री हासिल कर भी नहीं कर पाते है। तो आइए जानते है सोनू की कहानी –

कहानी जमुई के सोनू कुमार की
सोनू कुमार बिहार के जमुई जिला के लक्ष्मीपुर प्रखंड क्षेत्र स्थित हरला के रहने वाले है और उन्होंने बेहद ही कम उम्र में ही एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। सोनू कुमार ने अपनी खुद की एक कंपनी खड़ी कर दी है।
इतना ही नहीं इसका सालाना टर्नओवर जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे, सोनू के कंपनी का टर्नओवर आज के वक्त में 25 लाख के पार जा चूका है। सोनू अपनी पहली कमाई से मां के लिए घर भी बनवाया है और उन्हीं के नाम से अपनी कंपनी भी खोली है।
जानिए कैसी है कंपनी
सोनू अपने कंपनी में नोटबुक बाइंडिंग और कॉपी बनाने का काम करते है, वह अपने घर पर ही यह बिज़नेस चलाते है और उसे अलग-अलग शहरों में भेजते हैं।
सोनू के घर तैयार हुई नोटबुक पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र सहित बिहार के अलग-अलग हिस्सों में भेजी जाती है।

एक साल पहले शुरू किया था कारोबार
सोनू ने एक साल पहले जनवरी 2023 में अपने कंपनी की शुरुआत की थी, तब से करीब 13 महीने के कारोबार में वह 25 लाख रूपए से भी अधिक का टर्नओवर कर चुके है। और वो बताते है कि अगले साल वह इस टर्नओवर को 50 लाख कर देंगे।
मैट्रिक में हो गए थे फेल
सोनू ने वर्ष 2016 में मैट्रिक की परीक्षा दी थी और वह असफल हो गए थे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में आर्थिक परेशानियां थी, जिसके कारण ठीक ढंग से पढ़ाई नहीं कर सके थे।
सोनू ने बताया कि परीक्षा में फेल होने के बाद भी हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई जारी रखा, आगे चलकर सोनू ने मैट्रिक की परीक्षा भी पास की और इंटरमीडिएट की परीक्षा भी पास की। फिलहाल वह स्नातक के छात्र हैं।

सरकार से मिला सहयोग
सोनू बताते है कि उन्हें इस काम को शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से ऋण भी मिला है, आज सोनू न सर्फ एक सफल कारोबार कर रहे बल्कि अपने आसपास के क्षेत्र में युवाओं को प्रोत्साहित करके कुछ युवाओं को काम भी दे रहे है।

