यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलतापूर्वक चयन के बाद चयनित कैंडिडेट्स को उनकी प्राथमिकताओं और मौजूद वेकेंसी के आधार पर कैडर आवंटित किया जाता है।
हालाँकि उन्हें इस प्रोसेस के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में आईये समझते है की UPSC कैडर कैसे तय किया जाता है? यानी कैसे तय किया जाता है कि IAS, IPS किस राज्य में काम करेंगे?
कैडर क्या होता है?
आपके जहन में सबसे पहले ये सवाल आएगा की आखिर कैडर क्या होता है? कैडर का मतलब है, जिस जगह पर रहकर सफल उम्मीदवार अपनी सेवाएं देगा।
यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवार को पहले सर्विस अलॉट की जाती है और फिर कैडर। हमारे देश में यूपीएससी कैडर (UPSC Cadre) को कई जोन में बांटा गया है।
UPSC Cadre List Zones
भारत के सभी राज्यों को जोन के हिसाब से 5 कैडर में बांटा गया है। आप निचे दिए गए टेबल से इन 5 जोनों और स्टेट कैडर की लिस्ट देख सकते है:
जोन | स्टेट कैडर |
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जोन 1 | AGMUT, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा |
जोन 2 | उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा |
जोन 3 | गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ |
जोन 4 | पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा |
जोन 5 | तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिल नाडु, केरल |
नोट: यहाँ AGMUT का मतलब भारत के सभी संघ शासित प्रदेशों से है।
कब देना होता है कैडर की जानकारी?
यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद चयनित उम्मीदवार को लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) भेज दिया जाता है।
LBSNAA में उन्हें 3 महीने के लिए एक फाउंडेशन कोर्स में शामिल किया जाता है। यहीं पर ट्रेनिंग शुरू करने से पहले ऑफिसर्स को कैडर एलोकेशन को लेकर उनकी प्राथमिकताएं पूछ ली जाती है।
जिसमें वह उन राज्यों के नाम बताते हैं, जहां वह भविष्य में अपनी नियुक्ति चाहते हैं। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) और आईएफएस (IFS) अधिकारियों को उनका कैडर अलॉट किया जाता है।
UPSC फॉर्म में कैडर वरीयता कैसे भरें?
डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म (DAF) भरते समय उम्मीदवारों को कैडर वरीयता भरने का ऑप्शन मिलता है।
- जोन के लिए प्रिफरेंस।
- कैडर के लिए प्रिफरेंस।
- हर जोन और कैडर के लिए इस प्रक्रिया को रिपीट किया जाना चाहिए।
- अगर कोई उम्मीदवार यूपीएससी के 1 या उससे अधिक कैडर के लिए अपनी वरीयता नहीं बताता है तो माना जाएगा कि उन्हें किसी खास जोन या कैडर में सर्विस नहीं चाहिए।
कैसे मिलता है UPSC Home Cadre?
क्या यूपीएससी में होम कैडर अलॉट किया जाता है? – जी हाँ, लेकिन हर उम्मीदवार को होम कैडर अलॉट करना संभव नहीं है।
किसी भी उम्मीदवार को कोई भी कैडर अलॉट करते समय वहां की वेकेंसी को भी ध्यान में रखा जाता है। अगर रिक्ति मुजूद होती है तो होम कैडर आल्लोट कर दिया जाता है।
नहीं तो उम्मीदवार को उनकी प्रिफरेंस के अनुसार अगले कैडर में सर्विस अलॉट कर दी जाती है। ऐसा भी हो सकता है कि कुछ सालों बाद होम कैडर में नियुक्ति मिल जाए।