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पायलट बनने का सपना नहीं हो सका साकार, अब ड्रोन पायलट बनकर निशा ला रही है किसानों के चेहरे पर मुस्कान

Drone Pilot Nisha of Begusarai: विकास की राह पर अग्रसर बिहार में महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर विकास के इस कार्य में अपना पूरा योगदान दे रही  हैं। जिसमें सरकार अपनी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं के सपनों को साकार करने में लगी हुई है।

आज हम आपको बिहार के बेगूसराय की रहने वाली निशा के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने बचपन में पायलट बनने का सपना देखा था। लेकिन अपना पायलट बनने का सपना वो  सच नहीं कर पायीं। लेकिन आज वह ड्रोन उड़ा कर किसानों के चेहरों पर मुस्कान लाने में जरूर सक्षम हो गई है।

जी हां , बेगूसराय के मटिहानी प्रखंड की निशा को सरकार द्वारा चलाई जाने वाली “जीविका दीदी योजना” के माध्यम से ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद अब वे  कई एकड़  में फैले हुए खेतों में ड्रोन की सहायता से कीटनाशक का छिड़काव करके किसानों की सहायता कर रही  हैं।

हैदराबाद में मिली ट्रेनिंग

आपको बता दे , निशा को जीविका के द्वारा हैदराबाद में एक हफ्ते की ड्रोन उड़ने की ट्रेनिंग दी गई है। इसके बाद अब उन्होंने ड्रोन के माध्यम से  कीटनाशक, दवाइयां और खाद का छिड़काव करने का काम शुरू कर दिया है। निशा देवी बचपन से ही पायलट बनने की इच्छा रखती थी। लेकिन पारिवारिक स्थितियों की वजह से वह अपना यह सपना पूरा नहीं कर सके।

इसके बाद उन्हें सरकार की “जीविका दीदी”  के बारे में पता चला, जिसके अंतर्गत चलाई जाने वाले ‘ड्रोन सिस्टर’ कार्यक्रम के अंतर्गत महिलाओं को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। फिर क्या था उन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल होकर अपना पायलट बनने का बचपन का सपना पूरा किया। ट्रेनिंग के बाद उन्हें 10 लख रुपए का ड्रोन भी दिया गया है।

किसानों के चेहरे पर लाती है खुशी

ड्रोन द्वारा कई एकड़ में फैले खेतों में कीटनाशक दावों का छिड़काव करना काफी आसान हो जाता है, जिससे किसान दावों के डायरेक्ट संपर्क में आने से बच जाते हैं। और छिड़काव में काफी कम समय भी लगता है। निशा द्वारा 10 एकड़ तक की खेती में कीटनाशक का छिड़काव ड्रोन  द्वारा किया जा रहा है।

जिसके लिए ₹480 प्रति एकड़ का रेट निर्धारित किया गया है। केवल कुछ ही मिनट में, छिड़काव का  काम बेहद ही कम खर्चे में ड्रोन द्वारा एक समान रूप से खेतों में करना काफी आसान हो जाता है। रजिस्टर्ड किसानों के खेतों में छिड़काव करके निशा प्रतिदिन 2 हजार से ज्यादा की कमाई करती हैं ।

क्या है “जीविका दीदी”

अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर जीविका दीदी योजना है क्या?  तो हम आपको बता दें, “जीविका योजना” एक स्वयं सहायता समूह का नेटवर्क है। जिसके अंतर्गत महिलाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देकर उन्हें अपनी जीविका उत्पन्न करने की योग्य बनाया जा रहा है। जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें और अपने व परिवार के लिए कमाई का एक जरिया बना सके।

इसके अंतर्गत महिलाओं को विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग दी जा रही है। जिसके अंतर्गत ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग भी शामिल है। यह योजना बिहार सरकार के ग्रामीण आजीविका प्रोत्साहन समिति द्वारा चलाई जाती है। जिसके अंदर महिलाओं को अपना काम शुरू करने के लिए बहुत कम ब्याज दर पर लोन भी दिया जाता है।