बड़ी खुशखबरी: बिहार के बेहद करीब बनने जा रहा है क्रिकेट स्टेडियम, सरकार का 331 करोड़ का तोहफा; जाने डिटेल्स
Cricket Stadium– बिहार और क्रिकेट का संबंध शुरू से ही बेहद खास रहा है। यहां के बच्चे से लेकर बूढ़े तक सभी क्रिकेट के दीवाने हैं। आमतौर पर देखा जाए तो भारत देश में पिछले कुछ सालों में खेल के क्षेत्र में काफी विकास देखने को मिला है।
आज हम इस पोस्ट में बात करने जा रहे हैं बिहार से बेहद करीब बन रहे एक नए क्रिकेट स्टेडियम के बारे में, उत्तर प्रदेश के बनारस में बन रहा है एक नया भव्य क्रिकेट स्टेडियम जिसका निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
बिहार से बेहद करीब नया स्टेडियम
बनारस बिहार के कुछ जिला जैसे रोहतास भभुआ से काफी नजदीक है। बनारस की दूरी इन जगहों से लगभग 110-120 किलोमीटर है,आमतौर पर लोग यहाँ आसानी से दो से तीन घंटे में पहुंच सकते हैं। देखा जाए तो बिहार के लोग रोजाना हजारों की संख्या में अपने निजी काम से आते जाते रहते हैं।
देखा जाए तो फिलहाल उत्तर प्रदेश में दो कानपुर और लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पहले से है,और अब वाराणसी में तीसरा क्रिकेट स्टेडियम बनाने की घोषणा सरकार के द्वारा कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वाराणसी में बना रहे नए स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन होगा।

331 करोड़ खर्च करेगी सरकार
स्टेडियम के निर्माण की जिम्मेवारी मशहूर कंपनी लार्सन एंड टुब्रो(L&T) को सौंपा गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले 30 महीना के अंदर स्टेडियम का निर्माण कर पूरा हो जाएगा। इस खबर के सामने आते ही उत्तर प्रदेश के नजदीकी बिहार राज्य के लोगों में काफी खुशी देखने को मिल रही है।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के मुख्य अधिकारी सीईओ अंकित चटर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा एलएनटी ने वनारसी क्रिकेट स्टेडियम निर्माण कार्य का जिम्मावरी संभाल लिया है। स्टेडियम निर्माण में कुल 331 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे।

हाई-फाई बनेगा वाराणसी क्रिकेट स्टेडियम
मिली जानकारी के अनुसार एलएनटी अभी स्टेडियम के डिजाइन पर काम कर रही है, तमाम सुविधाओं को देखते हुए इंजीनियर रिसर्च करके प्लानिंग कर रहे हैं। स्टेडियम में एक साथ 30 हज़ार दर्शक एक साथ मैच का लुफ्त उठा सकेंगे।
सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा वाराणसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, बता देते इस स्टेडियम का संचालन बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के द्वारा किया जाएगा।इस स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार बनाए जाने का प्रावधान रखा गया है।

