बिहार में उग रहा है रंग-बिरंगे गोभी, विश्व के सबसे बड़े रोग के दवा में काम करेगी यह गोभी,किसान हो जाएंगे मालामाल

Colorful cabbage is growing in Bihar
Colorful cabbage is growing in Bihar
गंभीर बीमारियां रोकने में सहायक होगी रंगीन फूल गोभी

बिहार के पूर्णिया जिले में इन दिनों गोभी की रंग-बिरंगी (Colorful cabbage is growing in Bihar) फसल तैयार हो रही है। खेती की नयी तकनीक से लगाई गोभी की इन फसलों को देखकर अब इलाके के दूसरे किसान भी इस नए तरीके को अपनाना चाहते हैं |

दरअसल पूर्णिया के एक किसान शशि भूषण सिंह द्वारा की जा रही आधुनिक खेती इन दिनों दूसरे किसानों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।

कम लागत में किसान ले सकेंगे अधिक लाभ

मिल चुका है पुरस्कार

शशि भूषण सिंह अपने खेतों में रेज तकनीक और जैविक विधि से कई तरह की आधुनिक खेती करते हैं। तभी तो इन्हें किसान श्री से लेकर कई तरह के पुरस्कार मिल चुके हैं।

Colorful cabbage is growing in Bihar
75 से 85 दिनों में तैयार होती है गुलाबी गोभी

जब भी कोई कृषि वैज्ञानिक और अधिकारी उनके खेतों में पहुंचता है तो वह भी उनकी खेती की तकनीक और फसल को देखकर दंग रह जाता है।

अच्छे तरीके से करते हैं खेती

पूर्णिया के रानीपतरा चांदी पंचायत के निवासी शशि भूषण सिंह इन दिनों अपने खेतों में कई तरह के गोभी, मटर, आलू, शलजम की वैज्ञानिक विधि से खेती कर रहे हैं। उनके खेतों में हरे रंग का ब्रोकली, पीला गोभी, पर्पल गोभी, शलजम लहलहा रहे हैं।

Colorful cabbage is growing in Bihar
लागत से पांच गुना अधिक होता है मुनाफा

बताया जाता है कि यहां खेतों की ऐसी रंग-बिरंगी तस्वीर देखकर आस पास के लोग काफी आकर्षित हो जाते हैं और शशिभूषण से खेती की नयी तकनीक की जानकारी भी लेते हैं।

रंग-बिरंगे गोभी के हैं कई फायदें

बता दें, शशि भूषण सिंह की आधुनिक खेती को देखने के लिए कृषि वैज्ञानिक भोला पासवान शास्त्री कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर पारसनाथ, आत्मा के निदेशक दीपक कुमार, हरिमोहन मिश्रा समेत कई कृषि अधिकारी और वैज्ञानिक उनके खेत पर पहुंचे। वह भी इनकी खेती को देखकर काफी प्रभावित हुए।

Colorful cabbage is growing in Bihar
रंगीन गोभी की खेती में नहीं आता ज्यादा खर्चा

वहीं कृषि वैज्ञानिक डॉ सीमा कुमारी ने कहा कि शशि भूषण सिंह हमेशा नई तकनीक से वैज्ञानिक तरीके से खेती करते हैं। इनकी खेती दूसरे किसानों के लिए भी प्रेरणा स्रोत है।

महज मैट्रिक पास होकर छाप रहे हैं लाखों रुपए

इस बारे में शशि भूषण सिंह बताते हैं, कि वह महज मैट्रिक पास हैं। लेकिन, यहां आकर उन्होंने वैज्ञानिक विधि से खेती शुरू किया की। उन्होंने अपने खेतों में कई तरह के हाइब्रिड गोभी, मटर, करेला व अलग-अलग वैरायटी के बीज लगाए हैं।

Colorful cabbage is growing in Bihar
रंगीन गोभी बेचकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं किसान

शशि भूषण सिंह ने कहा कि एक गोभी या ब्राकोली 50 से 60 रुपये में बिकता है।फोन से ही व्यापारी अपनी डिमांड लिखवाते और उनके खेत से गोभी लेकर जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस खेती से मुझे 1 एकड़ में 3 से 4 लाख रुपए तक फायदा हो जाता है