Bihar Weather: बिहार में मौसम का बदला मिजाज, शुरू हुई बारिश, जानिए अगले तीन दिनों का हाल

Change in weather patterns in Bihar

बिहार में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदल चूका है। मौसम विभाग की तरफ से पहले ही बारिश को लेकर पूर्वानुमान जारी किया गया था। जिसके बाद तीन मार्च को बारिश की हल्की फुहार ने पटना और भागलपुर समेत राज्य के कई शहरों में अपनी दस्तक दी है।

इसके साथ ही मार्च का महीना शुरू होने के बाद से तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इधर, मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश में अभी मौसम में बदलाव जारी रहेगा। इसके साथ ही बारिश की भी संभावना बनी रहेगी।

बिहार मे जारी रहेगा मौसम में यह बदलाव

मौसम विज्ञान केंद्र ने पश्चिम और मध्य बिहार के एक या दो स्थनों पर मेघ गर्जन के साथ ठनका गिरने की संभवना जताई हैं। रविवार की सुबह भागलपुर व अन्य शहरों में बारिश की हल्की फुहार भी शुरू हुई।

फिर एकबार मौसम अचानक से बदल गया। मौसम विभाग की रिपोर्ट्स की मानें तो बिहार मे चार मार्च तक मौसम में यह बदलाव जारी रहेगा। पश्चिम एवं मध्य बिहार के कुछ स्थनों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इधर, शनिवार की रात और रविवार की सुबह भी कई इलाको में बारिश देखी गई।

बादलों का झुंड विभिन्न जिलों में रहेगा सक्रिय

मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के साथ-साथ बादलों का झुंड तीन व चार मार्च को भागलपुर सहित पूर्व बिहार के विभिन्न जिलों में सक्रिय रहेगा। कुछ जगहों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी भी हो सकती है।

रात के समय तापमान में कमी देखी जा सकती है। बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि तीन से सात मार्च के बीच भागलपुर में दिन के तापमान में हल्की वृद्धि होने की संभावना है।

इस दौरान पश्चिमी हवा चलती रहेगी। मौसम विभाग की ओर से किसानों के लिए यह सलाह है कि वह गेहूं व सब्जियों में इस दौरान सिंचाई रोक सकते हैं।

ख़राब मौसम को लेकर आइसीएआर का अलर्ट

आइसीएआर, पटना ने भी शनिवार को दो से चार मार्च 2024 तक मौसम के खराब रहने की संभावना पर अलर्ट जारी किया है। किसानों और पशुपालकों को कई एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।

लौकी, बेर तथा स्ट्रॉबेरी, अमरूद को तोड़कर सुरक्षित रखने तथा कद्दू और करेला को प्लास्टिक या शेडनेट से ढंकने की सलाह दी गई है। वहीँ मत्स्यपालकों से छह से आठ फीट तक तालाब में जलस्तर बनाकर रखने को कहा गया है।

जबकि खेतों से खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करने और मौसम साफ हो जाने पर क्षतिग्रस्त फसलों पर 2% यूरिया का छिड़काव करने की सलाह जारी की गई है।

Conclusion

मौसम विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, मध्य अफगानिस्तान में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। बिहार के दक्षिण-पश्चिम व दक्षिण मध्य भागों में कुछ जगहों पर सतही हवा की रफ्तार इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की भी संभावना है।

इसके अलावा 4 मार्च को बिहार के 10 जिलों सहरसा, अररिया, गोपालगंज,किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, पूर्वी चंपारण, सुपौल, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण में तेज आंधी के साथ बारिश के आसार हैं।

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