बिहार से UP-झारखंड के 55 जिलों के लिए 570 नई बसें चलेंगी, प्राइवेट बस से भी काम होगा किराया
बिहार से पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और झारखण्ड के बीच बड़े पैमाने पर बसों का परिचालन किया जायेगा जिसके लिए सरकार ने बस मालिक के साथ बातचीत शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि बिहार राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा पीपीपी मोड पर बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के लगभग 55 जिलों में आने-जाने के लिए 570 नई नन-एसी और एसी बसें चलेंगी।
मिली जानकारी के मुताबिक ये बसें बिहार के अलग अलग जिलों के रूट से होते हुए अपने गंतव्य स्थान को जाएगी, बताया जा रहा है की बस सेवा अगले साल के फरवरी से शुरू हो सकती है। बसों के रूट को लेकर जल्द ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।
माँगा जा रहा कोटेशन
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने इन बसों के परिचालन के लिए लगभग डेढ़ सौ से भी अधिक बसों के मालिकों का कोटेशन एक्सेप्ट किया है, ये सभी बस मालिक बसों को चलाने के लिए इच्छुक हैं। परिवहन विभाग के पदाधिकारी के मुताबिक, वैसे बस मालिक जो बस चलाने के लिए इच्छुक है, वह निगम के पास दस्तावेज भेज चुके हैं। अगले सप्ताह में स्क्रूटनी करके 25 दिसंबर तक निगम और बस मालिक के बीच एग्रीमेंट होगा।
नहीं ले पाएंगे मनमाना किराया
मिली जानकारी के मुताबिक पीपीपी मोड पर चलने वाली बसों का किराया प्राइवेट बसों की तुलना में कम रखा जायेगा साथ ही यात्रियों से किसी भी तरह का मनमानी किराया नहीं वसूला जाएगा। निगम द्वारा तय किराये के अनुसार वाहन मालिक यात्रियों से किराया लेंगे, क्योंकि इन्हें परिवहन निगम ही संचालित करेगा।
क्या है बसों के आकड़े
आकड़ों की बात करें तो वर्तमान में पटना सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से आने-जाने वाले बसों की संख्या लगभग 750 है। 570 बसें और बढ़ाने के बाद बिहार में परिवहन निगम से संचालित होने वाली बसों की संख्या लगभग 1320 हो जाएगी।

