बिहार का वह स्थान जहाँ से भगवान बुद्ध ने दिया था शांति का संदेश, हर साल देश-विदेश से घूमने आते हैं पर्यटक

NextDesk

पिछले कई सालों में बिहार की छवि एक टूरिस्ट प्लेस के हिसाब से काफी बेहतर हुई है, बिहार में एक से बढ़कर एक टूरिस्ट स्पॉट है जहाँ हर साल देश विदेश से लोग घूमने आते है।

इन्हीं बेहतरीन जगहों में से एक जगह है गृद्धकूट पर्वत जो बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए पवित्र स्थल है। यह जगह नेचर लवर के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। गृद्धकूट पर्वत बिहार के नालंदा जिला के राजगीर में स्थित है।

इतिहास में गृद्धकूट पर्वत को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं, राजगीर आने वाले बौद्धिस्ट हर हाल में गृद्धकूट पर्वत तक जरूर जाते हैं। दरअसल भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्त करने से पहले और ज्ञान प्राप्त के बाद कई बार राजगीर आए और यहां वर्षावास किया था।

करीब 400 मीटर की ऊंचाई पर इस पहाड़ से आपको चारों तरफ का बेहतरीन नजारा देखने को मिलता है। पर्वत पर वैसे तो कोई प्रतिमा या मूर्ति नहीं है। बस यहां पर एक पिंडी है जिसकी पूजा होती है। हालांकि यहां बुद्ध की 600 ईसा पूर्व की प्रतिमा पाई गई फिलहाल इसे नालंदा के पुरातत्व संग्रहालय में रखी गई है।

राजगीर के अन्य टूरिस्ट स्पॉट की बात करें तो राजगीर कुंड, स्काई ग्लास ब्रिज, जू सफारी, शांति स्तूप, घोड़ा कटोरा झील, वेणुवन, सिद्धनाथ मंदिर, अशोक स्तूप, पावापुरी जल मंदिर, म्यूजियम और ह्नेन त्यांग मेमोरियल समेत कई अन्य स्थल हैं।