किसी के पिता चलाते है आटा चक्की तो कोई ऑटो, ऐसे घरों से निकले है बिहार बोर्ड के टॉपर्स, जाने कहानी

Bihar Board Inter Toppers

हर कोई चाहता है कि उनका बच्चा अच्छी शिक्षा हासिल कर जिंदगी में कुछ बन जाए। इसके लिए बच्चों के साथ ही उनके पेरेंट्स भी काफी मेहनत करते हैं।

न जाने कितने ही अभिभावक अपनी सुख-सुविधाओं को त्याग कर अपने बच्चों की फीस जमा करते हैं। बिहार बोर्ड टॉपर्स भी ऐसे ही बैकग्राउंड से हैं। उनके माता-पिता ने कठिन मेहनत की तो बच्चों ने भी डबल मेहनत कर उनके अरमानों की मजबूत नींव खड़ी कर दी है।

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बिहार की टॉपर्स बेटियाँ

Bihar Board 12th Science Topper Shubham

औरंगाबाद के शुभम चौरसिया (Shubham Chourasia) बिहार बोर्ड 12वीं साइंस स्ट्रीम के सेकंड टॉपर हैं। वह औरंगाबाद जिले के दाउदनगर शहर के वॉर्ड नंबर 13 दुर्गापुर के निवासी हैं।

शुभम ने इंटर के नतीजों में 472 अंक हासिल किए हैं, जो कि 94.4 फीसदी है। शुभम ने अशोक विद्यालय, दाउदनगर से 12वीं की पढ़ाई की है।

Bihar Board 12th Science Topper Shubham
बिहार बोर्ड 12वीं साइंस टॉपर शुभम

उनके पिता संतोष कुमार परिवार को पालने के लिए ऑटो चलाते हैं और मां मीरा देवी हाउस वाइफ हैं। 10वीं की परीक्षा में उन्होंने पूरे बिहार में 8वीं रैंक हासिल की थी। शुभम 8 से 10 घंटे पढ़ाई करते थे।

Bihar Board Science Topper Ayushi

बिहार बोर्ड 12वीं साइंस स्ट्रीम में खगड़िया जिले के आर लाल कॉलेज की आयुषी नंदन (Ayushi Nandan) ने टॉप किया है। उन्हें 500 में से 474 अंक मिले हैं, जो कि 94.8 फीसदी हैं।

वह खगड़िया के मानसी प्रखंड के मटिहानी गांव की रहने वाली हैं। आयुषी नंदन के पिता किसान हैं और साथ में दूध का व्यवसाय भी करते हैं। आयुषी नंदन मैट्रिक में भी नौंवा स्थान लाई थीं।

Bihar Board Science Topper Ayushi
बिहार बोर्ड साइंस टॉपर आयुषी

रोजाना 08 घंटे पढ़ाई करने वाली आयुषी आईएएस ऑफिसर बनना चाहती हैं। आयुषी को यकीन था कि वह टॉपर्स लिस्ट में जगह बनाएंगी लेकिन फर्स्ट आएंगी, इसका अंदाजा नहीं था।

Bihar Board 12th Arts Topper

पूर्णिया जिला के सुदूर ग्रामीण इलाके अमौर प्रखंड के डहुवाबारी पंचायत के नहराकोल गांव की छात्रा मोहद्देसा (Mohaddesa) ने इंटर की परीक्षा में कला संकाय में टॉप किया है। मोहद्देसा मॉडल उच्च माध्यमिक विद्यालय बायसी की छात्रा है।

उनके पिता इसी स्कूल में शिक्षक हैं। मोहद्देसा ने 95 फीसदी यानी 475 अंक हासिल किए हैं। वह भी आईएएस ऑफिसर बनना चाहती हैं।

Bihar Board 12th Arts Topper
बिहार बोर्ड 12वीं आर्ट्स टॉपर

मोहद्देसा के पिता जुनैद आलम ने इंटरव्यू में बताया कि उनकी बेटी बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार थीं। उनकी मां रजिया बेगम ने बताया कि उनका इलाका काफी पिछड़ा हुआ है। उसके बावजूद उनकी बेटी स्टेट टॉपर बनी है।

Bihar Board 12th Commerce Topper

बिहार बोर्ड 12वीं कॉमर्स संकाय में औरंगाबाद के रहने वाले रजनीश कुमार पाठक (Rajnish Kumar Pathak) ने संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया है। रजनीश औरंगाबाद के मदनपुर के रहने वाले हैं।

उन्होंने सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज से 12वीं की परीक्षा दी है। रजनीश ने इंटरव्यू में बताया कि उनकी सफलता में सबसे ज्यादा मदद उनकी मां ने की है। जब वह देर रात तक पढ़ाई करते थे तो उनकी मां भी उनके साथ जागती थीं।

BSEB 12th Commerce Topper Rajnish
बीएसईबी 12वीं कॉमर्स टॉपर रजनीश

बिजनेसमैन पिता शशिरंजन पाठक और गृहिणी अनीता देवी के बेटे रजनीश चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहते हैं। रजनीश ने 12वीं बोर्ड परीक्षा में कॉमर्स में 475 अंक हासिल किए हैं।

BSEB 12th Topper Somya Sharma

औरंगाबाद ने इंटर के परीक्षा परिणाम में बेहतर प्रदर्शन किया है। कॉमर्स में संयुक्त रूप से दो बिहार टॉपर औरंगाबाद से ही हैं. सौम्या शर्मा और रजनीश कुमार पाठक को बिहार बोर्ड 12वीं कॉमर्स स्ट्रीम की परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक मिले हैं।

BSEB 12th Topper Somya Sharma
बीएसईबी 12वीं की टॉपर सौम्या शर्मा

सौम्या आज के बच्चों से थोड़ी अलग हैं और अपने पास पर्सनल मोबाइल फोन तक नहीं रखती हैं। उनका मानना है कि फोन व सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करने से डिस्ट्रैक्शन होता है। सौम्या शर्मा ने 500 में से 475 अंक हासिल किए हैं।

BSEB 12th Commerce Topper

गया के मिर्जा गालिब कॉलेज की छात्रा कोमल कुमारी ने बिहार इंटरमीडिएट की परीक्षा में कॉमर्स संकाय में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। वह गया शहर के ओल्ड करीमगंज के कुम्हार गली की रहने वाली हैं।

उनके पिता जीवन यापन करने के लिए घर में ही आटा मिल की छोटी सी दुकान चलाते हैं। कोमल को 500 में से 474 नंबर मिले हैं, जो कि 94.9 फीसदी हैं।

BSEB 12th Commerce Topper Komal
बीएसईबी 12वीं कॉमर्स टॉपर कोमल

वह 10वीं के नतीजों में भी टॉपर थीं और तब उन्हें अपने स्कूल में सबसे अधिक मार्क्स मिले थे। कोमल के पिता ने बताया कि उनके घर की माली हालत नाजुक है क्योंकि एक आटा चक्की से 3 भाइयों के परिवार चलते हैं।

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