बिहार: पटना में लागू हुई ऑटोमेटिक चालान की व्यवस्था, फाइन से बचने के लिए कर सकते है यह उपाय

बिहार की राजधानी पटना में स्मार्ट सिटी के तहत ई-चालान कटना लागू हो गया है, दिल्ली-मुंबई जैसे मेट्रो शहर की भाति अब बिहार में भी इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमेटिक चालान काटे जा रहे है। एक तरफ तो इससे चालान और ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त हो रही है तो दूसरी तरफ आम लोगों के बीच इसे लेकर काफी नाराजगी भी है। 

राजधानी पटना में लगे सैकड़ों 360 डिग्री कैमरा की मदद से अब तक करोड़ों का चालान कट चुका है, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर इन सारी चीजों को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसे में आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे है कि कैसे आप इस ऑटोमेटिक चालान से बच सकते है। 

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लोग अपना रहे अलग-अलग तरीके

इ-चालान से बचने के लिए लोग कई तरह के कृत कर रहे है। इसमें सबसे ज्यादा नंबर प्लेट नहीं लगाने के केस आ रहे है, साथ ही कुछ लोग नंबर प्लेट को इस तरह से क्षतिग्रस्त कर दे रहे है कि कैमरा उसे पढ़ न सके।

इसे लेकर ट्रैफिक एडीजी ने कहा है कि “यह यातायात नियमों के उल्लंघन के साथ आपराधिक कृत्य भी है। ऐसे में चालान काटने के साथ इनकी सूचना एसएसपी से भी शेयर की जाएगी ताकि इनपर अलग से मामला दर्ज कार्रवाई की जा सके। 2009 से पहले के वाहनों के नंबर सुविधा पोर्टल पर दर्ज नहीं है, इस दिशा में भी काम हो रहा।”

बचना है तो करना होगा यह काम

यदि आपको यातायात के तमाम लफड़ो से बचना है तो अपने घर से ही सारे कागजात को अच्छे से अपने गाड़ी में रख कर बाहर निकले और तमाम सेफ्टी जैसे सीटबेल्ट, हेलमेट, पांव में जूता इन सारे चीजों का रखें विशेष ध्यान।

वाहन चलाने के दौरान वाहन को ओवरटेक न करें और ना ही ट्रैफिक सिग्नल तोड़े अन्यथा आपको भी बिहार पुलिस के इस नए नवले सिस्टम के तहत फ़ोन पर चालान की घंटी बज सकती है। 

इतने प्रकार के लगे हैं कैमरे

यह सिस्टम ICCC इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर है इसमें डिफरेंट टाइप का सीसीटीवी कैमरा पटना के विभिन्न सड़कों पर लगा हुआ है। जानकारी के मुताबिक कुल 4 तरह के कैमरे लगाए गए हैं जिनमें पहला सिटी सर्विलेंस कैमरा है दूसरा ट्रैफिक डिसिप्लिन कैमरा और तीसरा एडमिनिस्ट्रेटिव और इंफ्रास्ट्रक्चर सिटीजन सर्विस और चौथा ओएफसी केवल विभिन्न इलाकों में बिछाया गया है।

ट्रैफिक डिसिप्लिन की बात करें तो 21 लोकेशन पर एटीसीएस कैमरा रेड लाइट वायलेशन कैमरा लग चुके हैं। इसकी निगरानी बड़े ऑफिस में बड़े-बड़े स्क्रीन पर देखकर किया जा रहा है।

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कैसे कट रहा है चालान

यदि किसी भी तरह कि आपसे वाहन चलाने के दौरान चूक होती है जैसे सिग्नल टूटना, चालक हेलमेट नहीं पहनना जो पीछे बैठे हैं उनका हेलमेट नहीं पहनना ऐसे तमाम सारी चीजों मैं जहां भी आप से चूक होती है तब लिया जाता है एक्शन।

सबसे पहले चौक चौराहा पर लगे कैमरे से आपके गाड़ी का नंबर जूम करके निकाला जाता है और आपकी गलतियों को रिकॉर्ड किया जाता है, उसके बाद ऑनलाइन आपके नंबर डालकर चालान काट दिया जाता है जिसकी जानकारी आपको रजिस्टर मोबाइल नंबर पर दे दी जाती है।

बेहतर यातायात बनाने की कोशिश

राजधानी पटना में बेहतर यातायात की स्थापना करने की कोशिश जारी है, प्रशासन के इस फैसले के बाद निश्चित रूप से ट्रैफिक रूल के पालन में सुधार होगा और एक्सीडेंट जैसी घटनाए में भी कमी आएगी। 

चारों ओर कैमरा लग जाने के बाद जो गलत तरीके से वाहन चलाते हैं उनमें एक डर देखी जा रही है, क्योंकि वैसे लोगों का चालान तो तुरंत कट जाएगा।

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