Vande Bharat: जिस बात का था इंतजार, आखिर आ ही गया वो समय; वंदे भारत के लिए आई खुशखबरी
देश भर में लोकप्रिय हो रही वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat) अपनी समय की पाबंदी के लिए भी प्रसिद्ध है। यह ट्रेन अपनी निर्धारित समय से चलने के लिए जानी जाती है, जिसका श्रेय इसकी तेज गति को जाता है।
लेकिन वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Train) को लेकर जिस चीज का इंतजार सभी को बेसब्री से था, अब उसका समय आ चूका है। आईये जानते है की वंदे भारत एक्सप्रेस से सफर करने वाले यात्रियों के लिए क्या खुशखबरी है?
वंदे भारत ट्रेनों के लिए आई खुशखबरी
दरअसल वर्तमान समय में, वंदे भारत एक्सप्रेस की स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो इसे भारत की सबसे तेज ट्रेनों में से एक बनाती है। लेकिन भारतीय रेलवे (Indian Railways) अब इस ट्रेन की गति को और बढ़ाने के प्रयास में है, ताकि यह यात्रियों को और भी तेजी से अपने गंतव्य तक पहुंचा सके।
वंदे भारत ट्रेनों की अधिकतम स्पीड क्षमता 160 किमी प्रति घंटे की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पश्चिमी रेलवे (Western Railway) ने वंदे भारत एक्सप्रेस को अधिकतम गति से चलाने के लिए ट्रायल को हरी झंडी दी है। जिसका ट्रायल मुंबई और अहमदाबाद के बीच किया जाएगा।
मुंबई से अहमदाबाद के सफर में आएगी 45 मिनट की कमी
ट्रायल के लिए इस रूट पर वंदे भारत की 130 किमी प्रति घंटे से बढ़ा कर 160 किमी प्रति घंटे कर दिया जाएगा। ऐसे में इस रूट पर ट्रायल के सफल होने के बाद मुंबई-अहमदाबाद वंदे भारत ट्रेन के सफर में 45 मिनट की कमी आएगी।
जिससे सफर कर रहे यात्रियों का समय और बचेगा। फिलहाल ट्रायल रन को लेकर तारीखों का एलान नहीं किया गया है, ऐसी उम्मीद है की जल्द ही इसका ऐलान किया जाएगा।
दोनों दिशाओं में 16-कोच वाली वंदे भारत ट्रेन सेट
ट्रायल रन की तारीख अनाउंस करने से पहले भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय का हिस्सा रहे रेलवे सुरक्षा आयोग ने मुंबई सेंट्रल-वडोदरा-अहमदाबाद मार्ग के साथ दोनों दिशाओं में 16-कोच वाली वंदे भारत ट्रेन सेट के लिए कंफर्मेटरी ऑसिलोग्राफ कार रन (COCR) को अधिकृत किया है।
इस ट्रायल के मद्देनजर सुरक्षा पर ध्यान देने के साथ, रेलवे ने आदेश दिया है कि ये परीक्षण दिन के उजाले और अच्छे मौसम की स्थिति में किए जाएंगे।
रेलवे सुरक्षा बल के जवानों को किया जाएगा तैनात
इसके अलावा वैसे क्षेत्रों की पहचान की जाएगी जहाँ उचित बैरिकेडिंग का अभाव है, ताकि वहाँ पर पैदल यात्रियों को ट्रैक पर आने से रोका जा सके। इन जगहों की पहचान कर रेलवे सुरक्षा बल के जवानों को फाटकों पर तैनात किया जाएगा।
इसके साथ-साथ सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ट्रायल रन के दौरान रेलवे अधिकारी भी प्लेटफार्मों पर मौजूद रहेंगे।
और पढ़ें: Bihar Clone Trains: बिहार में रेलवे चलाएगा क्लोन ट्रेनें, गर्मी की छुटियों में सफर होगा आसान
और पढ़ें: SSC CHSL Vacancy 2024: एसएससी ने निकाली 3712 पदों पर बंपर भर्ती, हर महीने 81000 रूपए मिलेगी सैलरी

