पटना में पानी की समस्या से मिलेगी निजात, अब घरों की टंकियों में साधारण पानी की जगह आएगा गंगाजल

Ganga Water will Reach Homes: पटना में जल्दी ही पेयजल की समस्या खत्म होने जा रही है। सरकार ने भूजल की सुरक्षा और पटना के ग्रामीण व्  शहरी भागों में पेयजल की व्यवस्था के लिए नई योजना बनाई है, जिसके तहत सोन नदी और गंगा नदी के पानी को स्टोर करके घरों में इसकी आपूर्ति पेयजल के रूप में की जाएगी।

शहरी इलाकों में भूमि जल का अनियमित दोहन से जल स्तर का गिरना एक आम समस्या हो गई है। जिसकी वजह से पानी की किल्लत  देखी जा रही है । पटना शहर में भी ग्रामीण और शहरी इलाकों में वाटर लेवल नीचे होने की वजह से पानी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं।

पानी की समस्या से निजात पाने के लिए सरकार द्वारा बाढ़ व्  बारिश के दौरान पानी को स्टोर करने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं। निरंतर गिरते हुए जलस्तर को बचाने और घरों में पानी की आपूर्ति के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा गंगा और सोन नदी के पानी को घरों तक पहुंचाने के लिए नया प्लान बनाया है।

घर-घर होगी गंगाजल की आपूर्ति

पटना शहर में जल विभाग द्वारा घरों में गंगा के पानी को पाइपलाइन द्वारा पहुंचाया जाएगा। इस योजना के लिए सोन नदी और गंगा नदी के पानी का भंडारण करके जल संशोधन संयंत्र की माध्यम से पानी को साफ किया जाएगा। उसके बाद इस पानी की आपूर्ति पटना शहर के विभिन्न इलाकों में की जाएगी।

मनेर, दीघा, उदयपुर के पास स्थापित होगा संयंत्र

प्राप्त जानकारी के अनुसार जल संसाधन विभाग पानी को पानी को स्टोर करने के लिए पालीगंज के उदयपुर गांव के पास दम बनाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए मनेर, दीघा के पास जल शोधन संयंत्र वह पंप हाउस का निर्माण किया जाएगा।

उदयपुर के पास डिटेंशन टैंक और खगौल के पास एमयूजीआर प्लांट की स्थापना की जाएगी। इस योजना के लिए डीपीआर की तैयारी कर ली गई है। जिसे अगले माह तक पास होने की उम्मीद है। सरकार द्वारा इस योजना को जल्द से जल्द पूरा किया जाने का निर्देश दिया गया है, जिससे पटना शहर के सभी इलाकों में जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए सके।

भविष्य के लिए पानी का होगा संरक्षण

इस योजना के तहत भविष्य में भी पानी की जरूरत  को पूरा करने के लिए और पटना शहर की 2036 के अनुसार जनसंख्या को पानी उपलब्ध कराने के लिए गणना करके योजना को बनाया जाएगा। गंगा नदी और सोन नदी के पानी को स्टोर करके इसे पेयजल योग्य बनाने के लिए शोधित करके पानी की पूर्ति की जाएगी।

6513.16 करोड़ की लागत

इस परियोजना के लिए सरकार द्वारा 6513.16 करोड़ का बजट पास किया गया है। जिससे पटना शहर  पटना शहर की जल आपूर्ति के साथ-साथ आसपास के औद्योगिक क्षेत्र, स्कूल अग्निशमन विभाग आदि  की आवश्यकताओं और पेड़ पौधों व हरियाली के लिए इस योजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है। इससे पानी की समस्या से निजात पाई जा सके।