प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग है बिहार की यह छिपी हुई जगह, सफारी, एडवेंचर और नेचर का अनूठा संगम!

अगर आप प्रकृति से प्रेम करते है और बिहार में रहते हुए किसी स्वर्ग जैसे जगह कि यात्रा करना चाहते है तो आज आपको हम एक ऐसी ही यात्रा पर लेकर जाने वाले है।

बाघों, हाथियों, गैंडों, हिरणों, और कई दुर्लभ प्रजातियों के जीवों से भरे जंगल। हर वक्त कानों में चिड़ियों कि चहचहाहट, कल कल बहती नदी और आसपास के नज़ारे ऐसे कि आप खो जाए।

जी हाँ कुछ ऐसा ही है बिहार का छुपा हुआ टूरिस्ट प्लेस वाल्मीकिनगर टाइगर रिज़र्व, यह बिहार का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है जो भारत नेपाल के बॉर्डर पर स्थित है जो अपनी समृद्ध जैव विविधता, शांत वातावरण और रोमांचक पर्यटन गतिविधियों के लिए जाना जाता है।

वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व में एक से बढ़कर एक खतरनाक जानवर रहते हैं, आकड़ों के मुताबिक यहाँ 54 बाघ रहते है। अगर आप एडवेंचर लवर या जंगल सफारी का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो टाइगर रिजर्व आपको बेहद पसंद आएगा।

पर्यटन आकर्षण

  • जंगल सफारी: जंगल सफारी पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय गतिविधि है। यहाँ आप बाघ, हाथी, गैंडे, हिरण, गैंडे, भालू, और विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देख सकते हैं।
  • हाथी सफारी: हाथी सफारी एक अनोखा अनुभव है जो आपको जंगल के करीब ले जाता है।
  • नौका विहार: नौका विहार आपको नदियों और झीलों का मनोरम दृश्य प्रदान करता है।
  • पक्षी देखना: वाल्मीकिनगर टाइगर रिज़र्व पक्षी प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। यहाँ 500 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
  • ट्रेकिंग: यहाँ कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं जो आपको जंगल की सुंदरता का अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हैं।
  • स्थानीय संस्कृति: यहाँ आप स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का अनुभव कर सकते हैं।

आप इसके अलावे कैनोपी वाक, जटाशंकर टेम्पल, गंडक बराज, कौलेश्वर झुला, नरदेवी मंदिर, मदनपुर देवी स्थान और वाल्मीकिनगर आश्रम यहाँ के प्रमुख टूरिस्ट पॉइंट हैं वहां घूम सकते हैं।

जाने के लिए बेस्ट समय

वाल्मीकिनगर टाइगर रिज़र्व पर्यटन के लिए साल भर खुला रहता है। हालांकि, अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अनुकूल माना जाता है।

रहना और खाना

यहाँ विभिन्न प्रकार के आवास उपलब्ध हैं, जैसे कि होटल, रिसॉर्ट्स, और गेस्ट हाउस। अंदर ही कई सरकारी रिसोर्ट भी है जिसे आप वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व के ऑफिसियल वेबसाइट से बुक कर सकते है।

यह जगह भारत और नेपाल के बिलकुल बॉर्डर पर स्थित है, ऐसे में पर्यटक यहाँ स्थानीय व्यंजनों का भी आनंद ले सकते हैं।

कैसे पहुंचें

वाल्मीकिनगर टाइगर रिज़र्व हवाई, रेल और सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

रेलवे रूट द्वारा आप वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व जाना चाहे तो आपको इसके नजदीकी रेलवे स्टेशन बगहा जाना होगा, फिर यहाँ से आप लोकल टैक्सी लेकर पहुंच सकते है।

इन बातों का रखें ख्याल  

  • पर्यटकों को जंगल में जंगली जानवरों से सावधान रहना चाहिए।
  • पर्यटकों को जंगल में अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।
  • वाल्मीकिनगर टाइगर रिज़र्व में प्रवेश शुल्क लागू है।
  • पर्यटकों को वन विभाग द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करना होता है।
  • पर्यटकों को जंगल में कूड़ा-कचरा नहीं फेंकना चाहिए।
  • पर्यटकों को जंगल में शोर नहीं मचाना चाहिए।

वाल्मीकिनगर टाइगर रिज़र्व प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार जगह है। यहाँ आप रोमांचक पर्यटन गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं और प्रकृति की सुंदरता का अनुभव कर सकते हैं।

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