बड़ी खुशखबरी: बिहार से 50 किलोमीटर के दुरी पर चलेगी वंदे भारत और महानगरी एक्सप्रेस ट्रेन, जाने डिटेल्स
बिहार के बेहद करीब दो बड़े वंदे भारत और महानगरी एक्सप्रेस 20 सितंबर से चलने की तैयारी में रेलवे जुट गया है। इस ट्रेन का परिचालन वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन से होगा।
जानकारी के लिए आपको बता दे की बिहार से बेहद करीब है बनारस से का कैंट रेलवे स्टेशन देखा जाए तो यहां की दूरी बिहार के बॉर्डर से लगभग 50 किलोमीटर है। देखा जाए तो इस ट्रेन के परिचालन से बिहार और उत्तर प्रदेश दोनों राज्य के रेल यात्रियों को फायदा मिलेगा।
जरूरी सूचना
वाराणसी से नई दिल्ली को चलाई जाएगी वंदे भारत एक्सप्रेस तो वहीं वाराणसी से मुंबई के लिए महानगरी एक्सप्रेस का परिचालन होगा। इसे लेकर पूर्वोत्तर और उत्तर रेलवे के अधिकारियों ने तैयारी शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो तीसरे चरण में वाराणसी लखनऊ इंटरसिटी और बहराइच वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस का लोहता रेलवे स्टेशन से परिचालन होगा। रेलवे के उच्च अधिकारी की माने तो तीसरे चरण में कुल 16 जोड़ी ट्रेन है रेड की गई है और उसके साथ-साथ 20 जोड़ी ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं।

क्यों उठाया गया ऐसा कदम
वाराणसी कैंट स्टेशन के निदेशक गौरव दीक्षित ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि द्वितीय चरण में स्टेशन यार्ड रीमॉडलिंग का कार्य तेजी से चल रहा है, इसी कारण से रेलवे ने ऐसा निर्णय लिया है।
देखा जाए तो 20 सितंबर से तीसरे चरण का काम स्टेशन पर शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए वंदे भारत और महानगरी समेत 4 जोड़ी ट्रेनों को कैंट के बजाय बनारस और लोहता स्टेशन से चलने का निर्णय लिया गया है।
कैंट होकर नहीं जाएगी ये ट्रेन
केंट यार्ड रीमॉडलिंग के कारण से ट्रेन नंबर 15231/15232 (बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस) के रूट में बदलाव किया गया है। आने वाले 15 अक्टूबर से इस ट्रेन को कैंट रेलवे स्टेशन के बजाय पीडिडियू नगर और प्रयागराज होते हुए जाएगी।
वही बात करें अहमदाबाद से पटना को चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के रूट में भी बदलाव किया गया है। आपको बता दे की 24 सितंबर से इस ट्रेन को मणिपुर,प्रयागराज,वाराणसी ल,पंडित दीनदयाल उपाध्याय रूट के बदले मानिकपुर,प्रयागराज,छिवकी, मिर्जापुर,पंडित दीनदयाल उपाध्याय के रास्ते चलाई जाएगी।

