ट्रेन में बैठकर बिहार से 2 देशों का कर सकेंगे यात्रा, जानिए क्या होगा रूट? पढ़े पूरी जानकारी

भारत में हर दिन करोड़ों लोग रेल से सफर करते है क्योंकि रेल का सफर सबसे किफायती और सबसे सुरक्षित माना जाता है। भारतीय रेल पूरी दुनिया की सबसे बड़ी रेल नेटवर्क में से एक है और हर भारतीय का लाइफलाइन भी है।

ऐसे में अगर आप ट्रेन से सफर करना पसंद करते है तो आपके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। वैसे तो आपने ट्रेन में आपने देशभर की यात्राएं की होंगी लेकिन जल्द ही भारतीय रेलवे अपने यात्रियों के लिए विदेश तक की यात्रा प्लान कर रहा है।

भारतीय रेल के इस प्रोजेक्ट के बाद बिहार से आप एक नहीं बल्कि दो दो देशो की यात्रा ट्रेन के जरिए कर पाएंगे, तो आइए जानते है क्या है यह योजना और किस तरह से इसका रूट प्लान होगा।

वैसे तो वर्तमान में आप बिहार से ट्रेन के जरिए विदेश यात्रा कर सकते है, बिहार के मधुबनी और रक्सौल से नेपाल के लिए डायरेक्ट ट्रेन चलती है और लोग जब चाहे विदेश जा सकते हैं। लेकिन जल्द ही हम बिहार से एक दूसरे देश की भी यात्रा कर पाएंगे।

ताजा अपडेट के अनुसार भारतीय रेलवे जल्द ही भारत और भूटान के बीच अंतरराष्ट्रीय ट्रेन सेवाएं शुरू करेगा। केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने जानकारी देते हुए कहा कि पड़ोसी देश के बीच ट्रेन भारत के असम से संचालित की जाएगी और इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच पर्यटन में सुधार करना होगा।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत सरकार भूटान और असम के बीच रेल लिंक पर भूटानी शासन के साथ बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि भूटान पर्यटकों के लिए और अधिक स्थान खोलने का इच्छुक है और रेल संपर्क असम के लिए भी फायदेमंद है।

डॉ जयशंकर ने एएनआई के हवाले से कहा, “हम भूटान और असम के बीच रेल लिंक पर बातचीत कर रहे हैं, भूटान पर्यटकों के लिए और अधिक प्वाइंट खोलने के लिए बहुत उत्सुक है और यह असम के लिए बहुत अच्छा है।” बता दे कि यह योजना साल 2026 तक पूरा हो सकता है।

भूटान के एक न्यूज़ वेबसाइट के मुताबिक भारत और भूटान के बीच रेलवे लिंक का निर्माण शुरू करने के लिए सर्वेक्षण अप्रैल 2023 में पूरा हो गया था। रेलवे लाइन भूटान के गेलेफू और भारत के असम में कोकराझार को जोड़ेगी। इस 57 किलोमीटर लंबे रेलवे लिंक का निर्माण कार्य 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है और इसे भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा। गौरतलब है कि इस रूट पर ट्रेन का संचालन नॉर्थईस्टर्न फ्रंटियर (NF) रेलवे द्वारा किया जाएगा।