तैयार हो चूका है भारत का नया हाईटेक एक्सप्रेस-वे , नितिन गडकरी ने हाल ही में साझा की तस्वीरें : देखे Photos Inside
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में ट्वीट कर इस बता की जानकारी दी है। बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे को 8478 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। 118 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे से कर्नाटक के दो बड़े शहरों के बीच ट्रैवल टाइम घट जाएगा। साथ ही इस एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे के जरिए आप महज 75 मिनट में बेंगलुरु से मैसूर पहुंच जाएंगे।

The 118 Km long #Bengaluru_Mysuru_Expressway is featuring 6 main carriageway lanes and 2 service road lanes on either side, developed at a cost of ₹8478 Cr as part of the Bharatmala Pariyojana. #PragatiKaHighway #GatiShakti
NH-275 पर 118 किलोमीटर का बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे एक दस लेन का एक्सेस-नियंत्रित राजमार्ग है। यह कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु और राज्य की सांस्कृतिक राजधानी मैसूरु के बीच यात्रा के समय को तीन घंटे से घटाकर 75-90 मिनट कर देगा।
एक्सप्रेसवे में नौ बड़े पुल, 42 छोटे पुल, 64 अंडरपास, 11 ओवरपास और चार रेल ओवर ब्रिज हैं।
एक्सप्रेसवे में नौ बड़े पुल, 42 छोटे पुल, 64 अंडरपास, 11 ओवरपास और चार रेल ओवर ब्रिज हैं।
राजमार्ग के साथ कस्बों में यातायात की भीड़ से बचने के लिए इसमें बिदादी, रामनगर-चन्नापटना, मद्दुर, मांड्या और श्रीरंगपटना के आसपास पांच बाईपास हैं।
ऊटी, वायनाड, कोझिकोड, कूर्ग और कन्नूर जैसी जगहों पर विकेंट मनाने के लिए यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को कम कर देगा। एक्सप्रेसवे न केवल कर्नाटक में बल्कि तमिलनाडु और केरल में भी पर्यटन को बढ़ावा देने की क्षमता रखता है।
ऊटी, वायनाड, कोझिकोड, कूर्ग और कन्नूर जैसी जगहों पर विकेंट मनाने के लिए यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को कम कर देगा। एक्सप्रेसवे न केवल कर्नाटक में बल्कि तमिलनाडु और केरल में भी पर्यटन को बढ़ावा देने की क्षमता रखता है।

एक्सप्रेसवे पर कार/जीप/वैन के लिए टोल शुल्क सिंगल ट्रेवल के लिए 135 रुपये और एक दिन के अंदर ही वापसी करने पर 205 रुपये है। मासिक पास के लिए 4,525 रुपये प्रस्तावित किया गया था, जिसमें एक महीने में 50 यात्राएं शामिल होंगी।

मैसूरु के सांसद प्रताप सिम्हा ने कहा है कि कारों सहित एलएमवी को बेंगलुरु से मैसूर तक की पूरी यात्रा के लिए 250 रुपये का टोल देना पड़ेगा।

NHAI ने एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों और धीमी गति से चलने वाले वाहनों को प्रतिबंधित करने की योजना बनाई है। NHAI के अधिकारियों ने कहा कि यह दुर्घटनाओं को रोकने के लिए है क्योंकि वे ज्यादा असुरक्षित हैं।

