बिहार बोर्ड में 80% पास, मजदुर का बेटा बना सेकंड टॉपर, स्टूडेंट्स को मिलेगा इनाम
बिहार बोर्ड ने 10वीं रिजल्ट जारी कर दिया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) कार्यालय में गुरुवार को शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने रिजल्ट जारी किया।
इस बार 79.88 % परीक्षार्थी पास हुए हैं। परीक्षा में 16.11 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे, इनमें से 12.86 लाख विद्यार्थी सफल हुए हैं।
ये है बिहार बोर्ड के टॉपर्स
पिछले साल की तुलना में इस साल 1.71 % ज्यादा स्टूडेंट्स पास हुए हैं। औरंगाबाद की रामायणी रॉय 487 अंकों के साथ स्टेट टॉपर बनी हैं।

वहीं, 486 अंक लाकर नवादा की सानिया कुमारी और मधुबनी के विवेक कुमार ठाकुर दूसरे स्थान पर हैं। 485 अंकों के साथ औरंगाबाद की प्रज्ञा कुमारी तीसरे स्थान पर रहीं।
सानिया के पिता मिठाई की दुकान चलाते हैं। सानिया ने बताया, ‘पिता उदय प्रसाद रजौली में मिठाई की दुकान चलाते हैं। उसे पूरी उम्मीद थी कि वो परीक्षा में बेहतर करेंगी। 4 भाई-बहनों में सबसे छोटी सानिया की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है।’
अब मैं IAS बनूंगा
खास बात है कि विवेक मधुबनी की सिधपा पंचायत के बोन टोल निवासी श्याम सुंदर ठाकुर का दूसरा बेटा है। वह दो भाई-दो बहन है। पिता श्याम सुंदर ठाकुर दिल्ली में ही मजदूरी करते हैं।

उनके बड़े भाई दीपक कुमार ठाकुर दिल्ली में ही एक डेंटल डॉक्टर के यहां काम करते हैं। उसने बताया, ‘भाई और पिता पढ़ाई के लिए बराबर पैसा भेजते हैं।
ताकि मैं मन लगाकर पढ़ाई कर संकू और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर संकू। हमारी तमन्ना IAS अफसर बनने की है।’
टाॅप-10 में 47 स्टूडेंट्स

इस साल 10वीं के रिजल्ट में टॉप-10 में 47 बच्चे शामिल हैं। खास बात है कि इस बार भी टॉप-10 में 5 स्टूडेंट्स टॉपर्स फैक्ट्री के नाम से मशहूर सिमुलतला आवासीय विद्यालय, जमुई के हैं। यानी इस साल भी उसका जलवा बरकरार है।
34 दिन में जारी हुआ रिजल्ट
इस बार परीक्षा के 34 दिन के भीतर मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। परीक्षा 17 फरवरी से 24 फरवरी के बीच हुई थी। 25 फरवरी से ही कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हो गया था।
ऑब्जेक्टिव प्रश्नों के आंसर 8 मार्च को जारी किए गए थे। छात्रों को 11 मार्च तक आपत्तियों के लिए मौका दिया गया था। मैथ्स का पेपर मोतिहारी में लीक हो जाने के कारण यहां के 25 परीक्षा केंद्रों पर 24 मार्च को गणित की दोबारा से परीक्षा हुई।

इसके कारण रिजल्ट में भी देरी हुई। छात्र biharboardonline.com व biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर इसे चेक कर सकते हैं।
टॉप-3 में शामिल स्टूडेंट्स को मिलेगा इनाम
मैट्रिक के प्रथम स्थान पर आए छात्र को एक-एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा हो गई है। साथ ही एक-एक लैपटॉप, किंडर बुक रीडर, प्रशस्ति पत्र और मेडल भी मिलेगा।
जबकि, दूसरे स्थान वाले सभी टॉपर को 75-75 हजार और तृतीय स्थान प्राप्त टॉपर को 50-50 हजार रुपए इनाम के तौर पर दिया जाएगा।
रिजल्ट पर क्या बोले शिक्षा मंत्री?
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा, ‘हमें लग रहा था कि मार्च में हम रिजल्ट नहीं दे पाएंगे, लेकिन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सराहनीय काम किया है।

देश में किसी भी परीक्षा समिति ने बोर्ड का रिजल्ट घोषित नहीं किया है। बिहार बोर्ड ने महज 34 दिन के अंदर परिणाम घोषित कर दिया।’
उन्होंने कहा, ‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों को आगे बढ़ाने का बड़ा काम हुआ है। ऊपर से टॉप-5 देखें तो उसमें 80 फीसदी लड़कियां ही हैं।
पहले स्थान पर भी लड़की ही है। लड़कियों की सफलता से साफ संदेश है कि हम शिक्षा का टापू नहीं बना रहे हैं, बल्कि शिक्षा के प्रचार-प्रसार को गांव-देहात तक पहुंचा रहे हैं।’

