भारत सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) के तहत देश की गरीब महिलाओं को 75 लाख और फ्री LPG कनेक्शन (Free LPG Connection) देने के घोषणा की है। ये सारे रसोई गैस कनेक्शन वित्तीय वर्ष 2023-24 से 2025-26 के दौरान दिए जाएंगे।
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रसोई गैस कनेक्शन जारी करने के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के विस्तार को भी मंजूरी दे दी है। उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत अगले तीन सालों में बिहार की लगभग 15-18 लाख से अधिक महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन मिलेगा।
उज्ज्वला योजना के तहत 75 लाख नए रसोई गैस कनेक्शन
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उज्ज्वला योजना के तहत 75 लाख नए रसोई गैस कनेक्शन देने पर सहमति जताई। इसके साथ ही इस योजना के तहत लाभान्वित होने वाली कुल महिलाओं की संख्या बढ़कर 10.35 करोड़ हो जाएगी।

इसके लिए केंद्र सरकार ने सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों को 1,650 करोड़ रुपये जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए इस फैसले की जानकारी दी।
बिहार में लगभग 86 फीसदी लोगों के पास एलपीजी कनेक्शन
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में लगभग 86 फीसदी लोगों के पास एलपीजी कनेक्शन पहुंच चुका है। सूत्रों की मानें, तो राज्य का आंकड़ा पेट्राेलियम मंत्रालय को भेजा जा चुका है। इस बार नये कनेक्शन में ग्रामीण क्षेत्र के सुदूर इलाकों की महिलाओं पर फोकस किया जायेगा।

आपको बता दे की बिहार में उज्ज्वला योजना के तहत 2016 से लेकर वर्ष 2022-23 तक 107.35 लाख महिलाओं के बीच तीनों सार्वजनिक कंपनियों के एलपीजी कनेक्शन दिये जा चुके हैं। जिसमें:
- इंडियन ऑयल काॅरपोरेशन: 43.70 लाख,
- भारत पेट्रोलियम: 28.86 लाख और
- एचपीसीएल: 34.79 लाख ग्राहक हैं।
वहीँ वित्तीय वर्ष 2023- 24 के बीच बिहार में उज्ज्वला योजना के तहत एक भी एलपीजी कनेक्शन जारी नहीं किया गया।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना क्या है?
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत मई, 2016 में पीएम मोदी ने की थी। इस योजना की शुरुआत लकड़ी पर खाना बनाने वाली गरीब महिलाओं को धुएं से निजात दिलाने के लिए हुई थी।
उज्ज्वला योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे (BPL) रहने वाले परिवारों की महिलाओं को फ्री में गैस कनेक्शन दिए जाते हैं। फ्री गैस कनेक्शन के लिए अप्लाई करने वाले लाभार्थियों को अपना राशन कार्ड (BPL Card) ऑनलाइन अपलोड करना पड़ेगा।
उज्ज्वला लाभार्थियों की संख्या
- वर्ष 2016- 17: 23.87 लाख
- वर्ष 2017- 18: 24.19 लाख
- वर्ष 2018- 19: 29.40 लाख
- वर्ष 2019- 20: 7. 48 लाख
- वर्ष 2020-21: 00.00
- वर्ष 2021-22: 15. 97 लाख
- वर्ष 2022-23: 6.44 लाख
- वर्ष 2023- 24 (अप्रैल से अगस्त तक): 00.00
Note: ये आंकड़े तीनों सार्वजनिक कंपनियों के हैं।
लाभार्थियों के अनुसार बिहार के टॉप पांच जिले
- पूर्वी चंपारण: 605425
- पूर्णिया: 538028
- पश्चिम चंपारण: 501406
- मधुबनी: 483339
- दरभंगा: 463474
लाभार्थियों के अनुसार बिहार के बॉटम पांच जिले
- शेखपुरा: 72967
- लखीसराय: 75510
- अरवल: 76158
- जहानाबाद: 77510
- बक्सर: 102377
और पढ़े: Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस इस स्कीम में मिलेगा बम्पर रिटर्न, जल्दी करे निवेश
और पढ़े: UPI ATM: बिना कार्ड इस्तेमाल किया ATM से निकले पैसा, बेहद आसान है तरीका; देखे पूरा प्रोसेस